राजस्थान भारत का वह हिस्सा है जहां एक से एक बेहतरीन किले, हवेलियां और महल बनाए गए हैं. सभी में बेहतर नक्काशी और हस्तकला की अनूठी मिसाल कायम है. लेकिन जोधपुर के उम्मेद भवन पैलेस की बात ही कुछ और है,
यह दुनिया का सबसे बढ़िया और सबसे बड़ा रॉयल प्राइवेट रेजिडेंस माना जाता है. यह दुनिया की सबसे रॉयल होटल्स में भी एक है. इसी वजह से यहां साल भर भारी मात्रा में सैलानी आकर्षित होते हैं और देश विदेश से कई लोग इसे देखने आते हैं.
उम्मेद भवन पैलेस में एक म्यूजियम भी बनवाया गया है जिसमें विंटेज कारों के अलावा 19वीं सदी की कई दुर्लभ तस्वीरें मौजूद है. इसका निर्माण जोधपुर के महाराजा उम्मेद सिंह द्वारा 1929 में शुरू करवाया गया था जो जाकर 1943 में पूरा हुआ था. यानी उम्मेद पैलेस ही एकमात्र ऐसी रॉयल रेजिडेंस है जो आजादी से तुरंत पहले बनकर तैयार हुई थी.
क्यों करवाया था उम्मेद भवन पैलेस (Umaid Bhawan Palace) का निर्माण?
मित्रों उम्मेद भवन पैलेस के निर्माण के पीछे एक काफी प्रचलित कहानी है. बताया जाता है कि जोधपुर के मारवाड़ क्षेत्र को एक ऋषि का श्राप प्राप्त था. यह बात चौधरी सती की है जब राव जोधा अपने किले का निर्माण करवाने के लिए जगह चुन रहे थे, बाद में उन्होंने मेहरानगढ़ के निर्माण के लिए चिड़ियाटूक भाकर को चुना.
इस जगह पर चिड़िया नाथ जी महाराज काफी समय से अपनी तपस्या कर रहे थे, इसीलिए चिड़िया नाथ जी महाराज नहीं चाहते थे कि यहां किले का निर्माण हो. लेकिन राव जोधा ने काफी प्रयासों के बाद चिड़िया नाथ जी महाराज को यह भाकर छोड़ने के लिए मजबूर कर दिया था,
जिस बात से गुस्सा होकर चिड़िया नाथ जी महाराज ने राव जोधा को श्राप दिया कि तुम किले का निर्माण तो कर लोगे लेकिन कभी भी तुम्हारा क्षेत्र मारवाड़ उन्नति नहीं कर पायेगा और तुम हमेशा पानी की समस्या से जूझोगे.
कहां जाता है इसी वजह से यहां पर वर्षा काफी कम होने लगी. मारवाड़ क्षेत्र में आए दिन अकाल पड़ने लगे और इसी वजह से यहां के क्षेत्रवासियों को भारी कीमत चुकानी पड़ी. एक समय में तो ऐसा हुआ की 3 वर्ष के अंतराल के दौरान भी एक भी बूंद वर्षा नहीं हुई, जिस वजह से यहां लोकजीवन चौपट होने लगा.
लोग गुहार लगाने महाराजा उम्मेद सिंह के पास पहुंचे और बाद में महाराजा उम्मेद सिंह ने लोगों को रोजगार देने के उद्देश्य से उम्मेद भवन के निर्माण का ऐलान किया. इसका निर्माण काफी धीमी गति से करवाया गया ताकि लोगों को लंबे समय तक रोजगार मिलता रहे, कहा जाता है कि इस भवन के निर्माण के दौरान यहां लगभग ढाई हजार लोगों को रोजगार प्राप्त हुआ.
आज इस भवन का आधा हिस्सा एक होटल बन चुका है और पूरे भवन में लगभग 347 कमरे हैं. इसके अलावा यहां एक शानदार बैंक्विट हॉल यानी दरबार हॉल है और एक विशाल गार्डन है. यहां मशहूर बिजनेसमैन मुकेश अंबानी की पत्नी नीता अंबानी का 50 वां जन्मदिन भी मनाया गया था, इसके अलावा यहां अभिनेत्री प्रियंका चोपड़ा और निक जोनस की शादी का कार्यक्रम भी आयोजित हुआ था.