कहा जाता है जीवन में सफल होने के लिए प्रेरणा कहीं से भी ली जा सकती है. इस प्रकृति में विद्यमान हर चीज एक प्रकार की प्रेरणा प्रसारित करती है जो हमें जीवन में किसी न किसी प्रकार से उपयोगी होती है.
इसी प्रकार से मनोरंजन के लिए बनाई जाने वाली फिल्में और धारावाहिक भी एक प्रकार के प्रेरणा स्रोत होते हैं, कई ऐसी फिल्में और धारावाहिक है जिनका उद्देश्य समाज में लोगों को प्रेरित करना है. शायद हर कोई ऐसा नहीं है की मनोरंजन से हटकर वह किरदार से एक ऐसी प्रेरणा लें जो उसके जीवन में सफलता का कारण बन जाए.
लेकिन राजस्थान के रहने वाले मनोज रावत ने अपने जीवन में कुछ ऐसा कर दिखाया है जो काफी हटकर है. मनोज रावत राजस्थान में जयपुर के श्यामपुरा के रहने वाले हैं, और यहीं से अपनी सामान्य पढ़ाई लिखाई करने के बाद वह नौकरी की तैयारी करने लगे. कुछ समय तक का तैयारी करने के बाद उन्हें राजस्थान पुलिस में कॉन्स्टेबल का पद मिल गया.
लेकिन मनोज रावत को इससे आगे बढ़ना था. दरअसल मनोज रावत सनी देओल के बहुत बड़े फैन हैं, और जब उन्होंने सनी देओल की फिल्म इंडियन देखी तो उनके मन में आईपीएस बनने का जज्बा उठ गया.
कॉन्स्टेबल की नौकरी के साथ ही उन्होंने पॉलिटिकल साइंस में MA की पढ़ाई कर ली. 2013 में मनोज का सिलेक्शन कोर्ट क्लर्क में हो गया और उन्होंने कॉन्स्टेबल की नौकरी छोड़ दी, तैयारी जारी रखी और बाद में उनका सिलेक्शन सीआईएसएफ में हो गया, हालांकि मनोज ने यह नौकरी नहीं की.
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काफी समय तक तैयारी करने के बाद मनोज यूपीएससी की परीक्षा में सफल रहे. अपनी मेहनत के बल पर मनोज को अपने पसंदीदा आईपीएस की नौकरी मिल गई, आज मनोज एक आईपीएस है और अपने सपनों का जीवन जी रहे हैं. मनोज रावत का यह संघर्ष इतना आसान नहीं था लेकिन उन्होंने कभी हार नहीं मानी और आखिरकार अपनी मंजिल हासिल कर ली.