एक तरफ समाज खूब आधुनिकता की ओर बढ़ने का दावा करता है लेकिन वही हमारे समाज में द’हेज की भूख अब तक नहीं मिटी है. द’हेज के चक्कर में ना जाने कितनी ही लड़कियों की जिंदगी हर साल बर्बा’द हो जाती है बाद में उन्हें बिना गलती के भी समाज में प्र’ताड़ना का शिकार होना पड़ता है.
ऐसा ही एक मामला भरतपुर शहर के मथुरा गेट थाना इलाके से सामने आया है जहां दूल्हे के द’हेज की मांग पूरी नहीं हुई तो वह शादी करने ही नहीं आया. दुल्हन उसका मंडप में इंतजार करती रही लेकिन वह बारात लेकर नहीं आया.
बाद में लड़के वालों ने यह कह कर टाल दिया कि लड़के के सीने में दर्द उठ गया था इसलिए उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया. दुल्हन ने इस पर कहा कि अगर वह भर्ती है तो उसे मिलने दिया जाए लेकिन लड़के के परिजनों ने इससे भी इंकार कर दिया.
बाद में लड़की की शादी टूट गई लेकिन दुल्हन ने अपना हौसला नहीं छोड़ा और वह सोमवार को लड़के के घर पहुंची और धर’ने पर बैठ गयी. वह लगातार 13 घंटे तक वहीं बैठी रही जिसमें उसका साथ एक महिला कॉन्स्टेबल और एक पुलिस कॉन्स्टेबल ने दिया. इस बीच कुछ कॉलोनी वासियों ने श’राब पीकर उ’पद्रव करने की कोशिश भी की लेकिन महिला कांस्टेबल ने हिम्मत दिखाते हुए उन्हें दूर कर दिया.
क्या है पूरा मामला ?
बताया जा रहा है कि भरतपुर शहर के हाउसिंग बोर्ड इलाके की रहने वाली खुशबू की शादी प्रिंस नगर के रहने वाले आर्मी मैन कौशल से तय हुई थी. 4 मार्च को यह शादी होनी थी लेकिन उससे पहले लड़की के घरवालों ने 11 लाख रुपए की मांग की. बताया जा रहा है कि इससे पहले खुशबू के पिता ने कौशल के घरवालों को 18 लाख रुपए, सोने के गहने और जरूरत की सारी सामग्री के साथ एक प्लॉट भी दिया था. इसके बावजूद वह यह कहने लगे कि उन्हें और 11 लाख रुपए चाहिए.
लेकिन लड़की के घरवालों ने यह पैसे देने से साफ इंकार कर दिया जिसके बाद लड़के वाले बारात लेकर ही नहीं आए. दुल्हन पक्ष बारात का रात 2:00 बजे तक इंतजार करता रहा लेकिन कोई नहीं आया. जिसके बाद लड़की के पिता ने मथुरा के थाने में लड़के वालों के खिलाफ मा’मला दर्ज करवाया है.बताया जा रहा है कि वर पक्ष के इनकार के बाद लड़की के लिए पिता ने काफी प्रार्थना की और उन्हें मनाने की बेहद कोशिश की. लेकिन वह यह कहने लगे कि उनके लड़के की सीने में दर्द उठ गया है इसलिए उसे मथुरा में एडमिट कर दिया गया है.
लड़की के धरने पर बैठने के बाद वर पक्ष ने अंदर से कुंडी लगा ली और आवाज लगाने के बावजूद भी कोई बाहर नहीं आया. लड़की को बाहर देख कर वहां आसपास के लोग भी इकट्ठा हो गए और वह लड़की को ही बुरा भला कहने लगे यहां तक कि वह लड़की की पिटाई करने को भी उतारू हो गए. मामले का संज्ञान लेते हुए जिला प्रमुख जगत सिंह मौके पर लड़की से मिलने पहुंचे और उन्होंने द’हेज की प्र’था को गलत बताया.