कभी पानी की कमी और चिलचिलाती गर्मी से परेशान अरब देशों की हालत किसी जमाने में बेहद खराब हुआ करती थी. लेकिन पिछले दशकों में अरब देशों ने दुनिया भर में सबसे ज्यादा विकास नीतियां अपनाई है, वहां भले ही पानी की कमी हो लेकिन उनके तेल भंडारों ने इतना कारगर काम किया है कि दुनिया के बड़े-बड़े विकास प्रोजेक्ट भी अरब देशों के मुकाबले फेल है.
आज सऊदी अरब समेत दुबई जैसे स्थान अपनी शानों शौकत और रईसी के लिए इतने मशहूर है कि इसका परिचय किसी को देने की आवश्यकता नहीं है. आज इनके पास सोने से जुड़ी हुई बेशकीमती गाड़ियां हैं, आसमान छूती हुई उत्तम इमारते हैं और जु’र्म को कंट्रोल करने वाली बेहद उत्तम कानून व्यवस्था भी है.
लेकिन अब सऊदी अरब इन सब से भी आगे की सोच रहा है. दरअसल सऊदी अरब एक ऐसा शहर बनाने की योजना बना रहा है जो सिर्फ लोगों ने फिल्मों में ही देखा है. हॉलीवुड फिल्मों में अधिकतर ऐसे शहर दिखाई जाते हैं जहां गाड़ियां हवा में उड़ती हुई दिखाई देती है, और इसी को अपने देश में क्रियान्वयन करने का प्लान बना रहा है सऊदी अरब.
इसके लिए सऊदी अरब सरकार ने बजट भी पारित कर दिया है और यह कुल 500 अरब डॉलर की लागत से एक नया शहर बनाने में काम लिया जाएगा. इस शहर को सऊदी अरब के ताबूक राज्य में बसाया जाएगा. इस नए शहर का नाम होगा नियोम (Neom), जो लंदन से 17 गुना बड़ा होगा.
योजना के अनुसार इस पूरे शहर में हर ढंग से काम करने वाले घूमते हुए रोबोट दिखाई देंगे. यह रोबोट इस प्रकार के होंगे कि छोटे से छोटा और बड़े से बड़ा हर काम कर सकेंगे. शहर में गाड़ियों के आकार की उड़ती हुई हवाई टैक्सिया दिखाई देगी, यह सुविधाएं मुख्य रूप से एंबुलेंस और अन्य इमरजेंसी सेवाओं के लिए होगी.
यहां तक कि यहां सुरक्षा चाकरी का काम भी रोबोट ही करेंगे. इसके अलावा यहां कृत्रिम बादल से पानी बरसाने का काम भी किया जाएगा, क्षेत्र में बारिश की कमी है इसलिए लोग बरसात का आनंद नहीं उठा पाते हैं इसी हेतु कृत्रिम में बादल की योजना होगी.
इतना ही नहीं यहां का अपना खुद का एक चांद होगा जो हर रात को सामान्य चांद की तरह निकलेगा. हालांकि इस प्रस्तावित शहर के निर्माण का जिम्मा जिस कंपनी ने उठाया है वह खुद कंफ्यूज है क्योंकि यहां की योजना इतनी महत्वकांक्षी और काल्पनिक है कि यह तकनीक अब तक पूरी तरह से मौजूद नहीं है.
इस शहर के निर्माण में कम से कम 20 वर्ष या उससे भी ज्यादा समय लग सकता है. क्योंकि शहर के निर्माण के लिए पहले इस महत्वकांक्षी तकनीक पर जमकर रिसर्च करनी होगी, क्योंकि कई नए नए अविष्कारों की तर्ज पर ही शहर बसाया जाएगा. लेकिन जब भी यह शहर बनकर तैयार होगा यह दुनिया के लिए एक तकनीकी क्षेत्र में नयी क्रांति होगी.