पूरे विश्व में कई प्रकार की सौंदर्य प्रतियोगिताएँ होती है। जिसमें 4 सबसे बड़ी सौंदर्य प्रतियोगिताएँ मिस वर्ल्ड, मिस यूनिवर्स, मिस इंटरनेशनल और मिस अर्थ है। ये सारी प्रतियोगिताएँ मुख्यत: स्त्रियों के लिए आयोजित होती है। शुरुआत के दौर में सौंदर्य प्रतियोगिता में भाग लेने वाली कंटेस्टेंट (प्रतिस्पर्धी) को उनके शारीरिक गुणवताओँ के मापन के आधार पर रैंक किया जाता था। लेकिन अब अधिकतर सौंदर्य प्रतियोगिताओं में शारीरिक गुणों के मापन के साथ साथ व्यक्तित्व, बुद्धि, प्रतिभा तथा निर्णायक शक्ति के विभिन्न प्रश्नों के उतर देने की क्षमता को भी शामिल कर दिया गया है।
साफ़ शब्दों में कहे तो प्रतियोगिता के विनर का चयन करने के लिए अंत में उनसे एक सवाल पूछा जाता है जिसके जवाब के आधार पर विनर निर्धारित किया जाता है। इन सभी प्रतियोगिताओं में मिस वर्ल्ड (विश्व सुंदरी) और मिस यूनिवर्स (ब्रह्माण्ड सुन्दरी) को टॉप में माना जाता है। मिस वर्ल्ड 1951 और मिस यूनिवर्स 1952 में शुरू हुआ था।
सन् 1994 में फिलीपींस में हुई 43वीं मिस यूनिवर्स प्रतियोगिता की पहली बार भारत से सुष्मिता सेन विजेता बनी थी। सुष्मिता ने इसी साल में सुंदरी के दो अवार्ड जीते थे। उन्होंने मिस इंडिया और मिस यूनिवर्स का ख़िताब हासिल किया था। सुष्मिता मिस इंडिया की इस प्रतियोगिता में ऐश्वर्या राय को हराकर विजेता बनी थी। फिर इसी साल 1994 में ऐश्वर्या राय ने मिस वर्ल्ड का ख़िताब जीता था।
अब देखा जाए तो ये सारा दौर बहुत करीबी रहा था। इसे आप ध्यान से समझिए। पहले मिस इंडिया के लिए दोनों कंटेस्टेंट ने भाग लिया जिसमें सुष्मिता ने ऐश्वर्या को हराकर मिस इंडिया का अवार्ड जीता। फिर दोनों कंटेस्टेंट ने विश्व की सबसे बड़ी दो सौंदर्य प्रतियोगिताओं में भाग लिया। एक में सुष्मिता सेन और दूसरे में ऐश्वर्या राय ने ये ख़िताब अपने नाम किये।
एक ही वर्ष में भारत की दो सुन्दरियों ने विश्व के सबसे बड़े दोनों सौंदर्य खिताबों को अपने नाम किया। पूरे भारत वर्ष के लिए ये बड़े ही गर्व की बात है। आज भी लोग उस लम्हे को याद करते हैं और उस थ्रोबैक वीडियो को देखना पसंद करते है जब मिस यूनिवर्स(Miss Universe) का ताज सुष्मिता के सिर सजा था।
मिस इंडिया 1994 में सुष्मिता और ऐश्वर्या दोनों ही सामान स्तर पर थी। अब विनर का निर्णय करने के लिए दोनों से ये सवाल पूछा गया था कि- ‘अगर आप किसी ऐतिहासिक घटनाक्रम को बदलना चाहे तो वो क्या होगा?‘
इस पर ऐश्वर्या ने जवाब देते हुए कहा- ‘अपने जन्म का समय’, जबकि सुष्मिता का जवाब था- ‘इंदिरा गाँधी की मृत्यु’। अंत में सुष्मिता सेन ने मिस इंडिया 1994 का ख़िताब अपने नाम कर लिया।
अब बात करते है सुष्मिता सेन से मिस यूनिवर्स और ऐश्वर्या राय से मिस वर्ल्ड के अंतिम चरण में पूछे गए सवालों के बारे में। इन सवालों के जवाब के बाद ही विनर का निर्णय होता है। इन सवालों के जवाब में ये देखा जाता है कि इनका जवाब आत्मविश्वास भरा हो और एक सही सोच को दर्शाता हो। ज्यादातर इनके सवाल महिला मुद्दों से जुड़े हुए होते है।
तो आइये जानते है उन सवालों और जवाबों के बारे में-
सुष्मिता सेन(मिस यूनिवर्स)-
मिस यूनिवर्स के कॉम्पिटिशन में सुष्मिता से लास्ट राउंड में एक बहुत ही अहम् सवाल पूछा गया था। उनसे पूछा गया था कि- ‘भारत में प्यार ही जीवन का सार है इसे आप कैसे परिभाषित करेंगी?’
इसका बहुत ही प्यारा जवाब देते हुए सुष्मिता ने कहा- ‘भारत में अलग अलग धर्म, संप्रदाय और बोली बोलने वाले लोग बड़े ही प्यार से रहते हैं। इसीलिए इन सभी को बांधे रखने में प्यार ही महत्वपूर्ण है’।
सुष्मिता का ये जवाब सुनते ही वहाँ का माहौल तालियों से गूँज उठा था। सब ने सुष्मिता की सोच की और उनके आत्मविश्वास की सराहना की।
ऐश्वर्या राय(मिस वर्ल्ड)
1994 में मिस वर्ल्ड का ख़िताब जीतने वाली ऐश्वर्या राय दूसरी भारतीय सुंदरी थी। इस से पहले सन् 1966 में रीता फारिया मिस वर्ल्ड का ख़िताब जीतने वाली पहली भारतीय सुंदरी थी।
ऐश्वर्या से पूछा गया था कि ‘एक मिस वर्ल्ड में क्या गुण होने चाहिए?’ इस पर ऐश्वर्या ने जवाब देते हुए कहा- ‘अभी तक हमने बहुत मिस वर्ल्ड देखी है, उन सभी में दया भाव था। उनमें सिर्फ बड़े लोगों के लिए ही दया नहीं थी बल्कि उनके लिए भी थी जिनके पास कुछ नहीं था। हमने ऐसे लोगों को देखा है जो इंसान के बनाए बैरियर जैसे लिंग, राष्ट्रीयता और रंग से आगे देख सकते हैं. हमें उनसे भी बढ़कर देखने की जरूरत है तभी एक रियल मिस वर्ल्ड उभरेगी।’