यह हसीन लड़की जितनी खूबसूरत थी उतनी ही रहस्यमई थी. यह लड़की थी सिनेमा जगत की चहेती स्टार “जैस्मिन”.
इस युवती का असली नाम जैस्मिन नहीं था, फिल्मों के दौरान ही इन्होंने अपना नाम बदलकर जैस्मिन रखा था.
इनका असली नाम क्या था? यह कोई नहीं जानता. यानी कि कह सकते हैं जैस्मिन ने सिनेमा जगत में प्रवेश ही रहस्य के साथ किया।
अपनी कला दिखाने का पहला मौका 1979 में फिल्म “सरकारी मेहमान” में विनोद खन्ना के साथ मिला था.
इस फिल्म में जैस्मिन ने खूब मेहनत की थी, पहली फिल्म होने के बावजूद भी इनका किरदार बेहद उम्दा था.
4 साल बाद जैस्मिन को एक बार फिर अपनी कला का प्रदर्शन का मौका मिला. 1984 में उन्होंने फिल्म “डिवोर्स” को साइन किया था,
जो 1985 में रिलीज होनी थी. यह एक रोमांटिक फिल्म थी जिसमें लीड रोल में गिरीश और शर्मिला टैगोर थे और जैस्मिन को-स्टार थी.
रामसे ब्रदर्स के श्याम रामसे ने अपनी आगामी फिल्म के लिए जैस्मिन को पसंद कर लिया,
जैस्मिन के लिए भी यह एक अच्छा मौका था. इस फिल्म का नाम “वीराना” तय किया गया था.
वास्तव में फिल्म वीराना के बाद जैस्मिन कई ऐसे लोगों की नजर में आ चुकी थी जिन्होंने उसको पाने की ठान ली.
जिसके बाद जैस्मिन को रात और रात भारत छोड़ना पड़ा, जैस्मिन रातों-रात भारत छोड़कर चली गई
जैस्मिनऐसे गुमनाम हो गई जैसे अब वह इस दुनिया में है ही नहीं.
वह कहां से आई थी और क्या आज उनके परिवार का कोई सदस्य यहां मौजूद है? इसके बारे में भी किसी को जानकारी नहीं है