भारत में क्रिकेट के करोड़ों चहते हैं. इसलिए क्रिकेट खेल की विभिन्न टूर्नामेंट देखने का दर्शकों को काफी क्रेज रहता है. लेकिन विशेषकर जब भारत पाकिस्तान का क्रिकेट मैच होता है तो देखने वालों की भीड़ उ’मड़ जाती है. इसका ना जाने क्या कारण है लेकिन दर्शकों को भारत-पाकिस्तान का मैच देखने में बेहद आनंद आता है!
हालांकि पिछले कुछ समय से भारत और पाकिस्तान के बीच ज्यादा मुकाबले देखने को नहीं मिले हैं लेकिन एक वक्त ऐसा भी था जब दोनों मुकाबले किया करती थी. अब तो भारत और पाकिस्तान के बीच मैच मल्टी नेशन टूर्नामेंट तक ही सीमित हो गए हैं. लेकिन पहले इसे दुनिया की नंबर वन राइवल्री माना जाता था.
बता दे कि विश्व कप मैच में भारत का पाकिस्तान के खिलाफ एक शानदार रिकॉर्ड रहा है. जिसमें उसने पाकिस्तान की टीम के खिलाफ 12 बार जीत हासिल की है जब कि 2021 में पहली बार पाकिस्तान ने भारतीय टीम को हराया था. इसी कड़ी में 2011 में खेला गया वर्ल्ड कप सेमीफाइनल भी एक खास मैच रहा है. और इसके साथ 2007 का T20 वर्ल्ड कप का फाइनल मैच भी काफी रो मांचक रहा था. इन्हें कुछ यादगार मैचों के हरभजन सिंह ने कुछ किस्से सुनाए हैं.
हरभजन सिंह ने बताया 11 साल पुराना किस्सा :–
हरभजन सिंह ने कहा कि 11 साल पहले भारतीय टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए इस मैच में 260 रनों का स्कोर खड़ा किया था. जिसका मुकाबला करते हुए पाकिस्तान की टीम ने एक समय में सिर्फ चार विकेट खोकर 161 रन बना दिए थे.
लेकिन हरभजन सिंह ने यहां आकर उमर अकमल का विकेट गिराया था जिसके बाद पाकिस्तान की बल्लेबाजी ढह गई. जिसके बाद इस मैच में भी भारत ने जीत हासिल की. जिसके बाद हरभजन सिंह ने कहा कि ड्रिंक्स ब्रेक के बाद महेंद्र सिंह धोनी ने उन्हें गेंदबाजी के लिए बुलाया था लेकिन मैच के दबाव में हरभजन काफी घ’बरा गए थे.
हरभजन सिंह ने कहा कि धोनी ने जब मुझे दूसरे स्पैल में गेंदबाजी के लिए बुलाया तो सच्चाई यह थी कि मैं उस वक्त कां’प रहा था. वह मैच की उस स्टेज में अच्छी बल्लेबाजी कर रहे थे और मैं काफी डरा हुआ था लेकिन मैं किसी भी तरह लोगों को यह नहीं दिखाना चाहता था कि मुझ पर इतना दबाव है.
लेकिन पाकिस्तान के खिलाफ जब हरभजन सिंह ने गेंदबाजी की तो उन्होंने अपने आप पर कंट्रोल बनाए रखा और ध्यान से गेंदबाजी की. इसका फायदा टीम को मिला और दूसरे स्पैल की पहली ही गेंद पर उन्हें विकेट मिल गया.