देश में इन दिनों “क्रिप्टो करेंसी” (cryptocurrency) को लेकर विभिन्न तरह की बातें चल रही है. कुछ लोग इसको सही ठहराते हुए इसके पक्ष में बोल रहे हैं वहीं कुछ लोग इसको खतरे की घंटी बता रहे है. बरहाल भारत सरकार ने क्रिप्टोकरेंसी पर भरोसा नहीं किया है, इसी कारण से भारत सरकार ने क्रिप्टो करेंसी लागू करने पर साफ मना कर दिया है. कई लोग दावा कर रहे हैं कि उन्होंने क्रिप्टो करेंसी के जरिए लाखों रुपए कमाए हैं, वही तेलंगाना में क्रिप्टो करेंसी की वजह से एक व्यक्ति की जान चली गई.
व्यक्ति को क्रिप्टो करेंसी की वजह से भयंकर नुकसान हुआ जिसके बाद उसे आत्महत्या करनी पड़ी. जानकारी के अनुसार तेलंगाना खम्मम शहर में “गुंडेमेडा रामालिंगा स्वामी” ने कुछ दिनों पहले आत्महत्या कर ली, क्योंकि उसे क्रिप्टो करेंसी की वजह से भयंकर नुकसान हुआ था. जानकारी के अनुसार रामालिंगा स्वामी एक स्कूल में गणित के अध्यापक थे, इस दौरान उनकी जिंदगी बेहतरीन चल रही थी.
लेकिन कोरोना काल में स्कूल बंद हो गई तब रामालिंगा स्वामी के पास कोई काम नहीं था. जिसके बाद रामालिंगा स्वामी कुछ दिनों तक घर पर ही बैठे रहे, लेकिन बाद में उनके कुछ मित्रों ने उन्हें ऑनलाइन बिजनेस के जरिए पैसे कमाने का सुझाव दिया. मीडिया रिपोर्ट्स के साथ बातचीत में उनकी पत्नी ने बताया कि जब रामालिंगा स्वामी के पास कोई काम नहीं था तो उन्होंने ऑनलाइन पैसा कमाने का निश्चय किया. उन्होंने क्रिप्टो करेंसी में कुछ पैसे लगाए थे, जिससे शुरुआत में उन्हें लाभ हुआ था.
इस लाभ से उत्साहित रामालिंगा स्वामी ने और पैसे लगाने का निश्चय किया. जिसके बाद उन्होंने कुछ लोगों से पैसे उधार लिए थे, और एक साथ ही 20 लाख रुपए लगा दिए. जिसके बाद उन्हें भयंकर नुकसान का सामना करना पड़ा. उन्होंने जो पैसे कमाए थे वह भी वापस चले गए, और उन पर अब एक बड़ा कर्जा हो गया था. कुछ ही दिनों बाद रामालिंगा स्वामी पर उन लोगों ने दबाव बनाना शुरू कर दिया जिनसे वह पैसे लेकर आया था. इस बात से आहत होकर रामलिंगा स्वामी डिप्रेशन में जाने लगे थे.
जब उठा कर ले गए रामलिंगा स्वामी की कार:– कई दिनों तक जब रामलिंगा स्वामी पैसे नहीं चुका पाए, तब उन्हें उन लोगों ने परेशान करना शुरू कर दिया जिनसे उन्होंने पैसे ले रखे थे. जानकारी के अनुसार शिवपुरम के सरपंच से उन्होंने पैसे उधार लिए थे. कुछ ही दिनों बाद यह लोग रामालिंगा स्वामी की कार उठाकर ले गए. कार ले जाने के बाद रामालिंगा स्वामी बेहद परेशान हो चुके थे, और उन्हें कोई रास्ता दिखाई नहीं दे रहा था.
कुछ दिनों बाद उन्होंने अपने घर वालों को कहा कि वे किसी काम से हैदराबाद जा रहे हैं. घर वालों ने उनकी किसी मंशा पर शक नहीं किया और उन्हें जाने दिया. लेकिन रामालिंगा स्वामी अपने घर से अपनी जिंदगी खत्म करने के लिए निकल चुके थे, इसके बाद वह सूर्यापेट में गए और उन्होंने वहां जाकर आत्महत्या कर ली. जब उनकी आत्महत्या की खबर उनके घर वालों को लगी तो उनके दुखों का कोई ठिकाना नहीं रहा.
जब उनकी आत्महत्या की खबर उनके पिताजी तक पहुंची तब रामालिंगा स्वामी के पिताजी जोर जोर से रोने लगे. अपने अंतिम समय में रामालिंगा स्वामी ने अपने घर वालों के लिए एक खत लिखा था, जिसमें उन्होंने बताया कि क्रिप्टो करेंसी के कारण उन पर लगभग 70 लाख का कर्ज हो गया था. उन्होंने कहा कि मेरे पास अब कमाई का कोई साधन नहीं बचा था, इसलिए अब जिंदा रह कर वह घर वालों पर बोझ नहीं बनना चाहता. लेकिन रामलिंगा स्वामी के इस कदम को बिल्कुल भी ठीक नहीं कहा जा सकता, यदि वे थोड़ा धैर्य रखते और अपने घर वालों का समर्थन पाकर थोड़ी मेहनत करते तो जल्दी ही बुरा समय टल जाता. लेकिन यूं दुनिया छोड़ देने से उनके सभी घर वालों की दुनिया उजड़ चुकी है.