पंजाब के पटियाला शहर से एक छोटी बच्ची के मर्डर का हैरतअंगेज मामला सामने आया है. बच्चे को उसके सगे मामा ने मौत के घाट उतार दिया, मामा ने उसे इतना बेदर्दी से मारा की बच्ची की लाश देखने वालों के होश उड़ गए.
घटना की जानकारी जब शहरवासियों को लगी तो सभी कंस मामा की खूब आलोचना करने लगे. पुलिस प्रशासन भी इस कंस मामा की खौफनाक हरकत से अचरज में है.
क्या है पूरा मामला ? जानकारी के अनुसार पंजाब के पटियाला शहर से एक 3 साल की बच्ची के बेदर्द मर्डर का मामला सामने आया है. बच्ची का मर्डर उसके सगे मामा ने किया है. जानकारी के अनुसार इस कंस मामा का नाम “पंकज कुमार बंसल” है.
जानकारी के अनुसार पंकज कुमार बंसल पटियाला में अपने मम्मी-पापा और दादा- दादी के साथ रहता था. पंकज की एक बहन है जिसका नाम निशी है. कुछ सालों पहले निशि का विवाह हो गया था और उसकी एक 3 साल की छोटी बच्ची थी.
पंकज कुमार बंसल पहले विद्युत विभाग में सब डिविजनल ऑफीसर के तौर पर कार्यरत था. लेकिन कुछ कारणों के चलते 5 साल पहले उसे नौकरी से निकाल दिया गया था. पंकज कुमार बंसल अपनी नौकरी जाने के कारण बेहद आहत था.
बताया जा रहा है कि नौकरी जाने के बाद पंकज कुमार बंसल तनाव में डूब चुका था. दिनों दिन उसकी दिमागी परेशानी बढ़ती जा रही थी और वह परिवार जनों के साथ बेहद अजीब बर्ताव करता था. पंकज की बहन निशी अक्सर अपने परिवार वालों से मिलने उसके घर आया करती थी.
निशि अक्सर कुछ दिनों के लिए अपने परिवार वालों के साथ ठहर जाया करती थी. पंकज और निशी में कुछ खास आपसी बातचीत नहीं थी, और पंकज को अपनी बहन का बार बार घर आना पसंद नहीं था. लेकिन किसी ने भी यह नहीं सोचा था कि उसका दिमागी तनाव उसे अपनी भांजी की हत्या करने पर मजबूर कर देगा.
कैसे मारा “कंस मामा” ने अपनी मासूम भांजी को? जानकारी के अनुसार 27 नवंबर को निशी अपनी बच्ची के साथ अपने माता-पिता के घर आई हुई थी. जिसके बाद निशी अपने पति कृष्णा के साथ कुछ काम से बाहर गई हुई थी. उसने अपनी बच्ची को नानी के हवाले घर पर ही छोड़ दिया था.
बच्ची की नानी रसोई में कुछ काम कर रही थी, और नानी ने बच्ची को बाहर आंगन में कुछ खिलौने देख कर बिठा दिया था. नानी यह सोच रही थी कि मैं रसोई में काम कर रही हूं तब तक बच्ची आराम से बाहर खेल रही है.
लगभग 11:30 बजे पंकज बच्ची के पास पहुंचा और उसने अपनी मां से कहा कि वह भांजी को खिला रहा है. पंकज की मां ने भी उसके मंसूबे पर कोई शक नहीं किया.
जिसके बाद पंकज अपनी भांजी को बाहर ले कर चला गया. बाद में उसे एक कमरे में लेकर गया और उसने बाद में कमरे का दरवाजा अंदर से बंद कर दिया. दरवाजा बंद करके उसने अपनी भांजी का मुंह बांध दिया जिससे वह चिल्ला ना सके.
मुंह बांधने के बाद पंकज ने बर्फ तोड़ने वाले सूए से बच्ची के शरीर पर हमला कर दिया. पंकज ने बच्चे के शरीर पर कुल 25 बार बर्फ तोड़ने वाले सुए से हमला किया. मासूम बच्ची मुंह बना होने के कारण चिल्ला तक नहीं सकी. कली सी मासूम बच्ची कितने दर्द में तड़पती होगी इसका अंदाजा शायद हम नहीं लगा सकते !
कैसे पता लगा परिवार वालों को घटना के बारे में? कंस पंकज अपनी भांजी की लाश छोड़कर बाहर भाग गया. जब निशि वापस घर लौटी तो उसने अपनी मां से पूछा कि मेरी बेटी कहां है? जिसके बाद मां ने कहा कि पंकज उसे खिला रहा था.
मां ने पंकज को आवाज लगाई लेकिन पंकज का कोई अता पता नहीं था. जिसके बाद सभी घरवालों ने उसको ढूंढना शुरू किया. लेकिन ना तो बच्ची कहीं मिल रही थी और ना ही पंकज. आखिर में जब उन्हें घर के एक कमरे का दरवाजा अंदर से दिया हुआ मिला तो उन्होंने उसको खोलने का प्रयास किया.
कमरे का ताला तोड़कर जब परिवार जन कमरे के अंदर घुसे तो उन्हें मौत के इस मंजर का दृश्य मालूम पड़ा. कमरे में मासूम बच्ची मुंह बांधे हुए खून से लथपथ मरी पड़ी थी. जिसके बाद परिवार उसे अस्पताल लेकर दौड़े लेकिन अस्पताल ले जाने का कोई फायदा नहीं हुआ था क्योंकि बच्ची की जान पहले ही जा चुकी थी.
जल्दी ही परिवार वालों ने पंकज के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई. पंकज ने भागने की कोशिश की थी लेकिन पुलिस ने जल्दी ही उसे पकड़ लिया. गिरफ्तार होने के बाद पंकज ने अपना जुर्म आसानी से कुबूल कर लिया. उसने कहा कि मुझे बार-बार अपनी बहन निशि का घर आना पसंद नहीं था.
लेकिन फिर भी आए दिन वह घर आ जाती थी और अपना वर्चस्व जमाने की कोशिश करती थी. खैर जो भी हो लेकिन पंकज की इस मानसिकता को बिल्कुल भी ठीक नहीं कहा जा सकता. भाई-बहन की आपसी कड़वे रिश्ते का दंड उस मासूम बच्ची को दिया गया जो शायद ठीक से बोल भी नहीं सकती थी. बरहाल पंकज कुमार बंसल पुलिस की गिरफ्त में है, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई चल रही है.