शादियों में बड़ी गड़बड़ियों के कई मामले आजकल सामने आ रहे हैं. ऐसा ही एक मामला ग्वालियर से सामने आया है. ग्वालियर के अशोकनगर की रहने वाली युवती ने कुछ समय पहले एक युवक से प्रेम विवाह किया था.
लेकिन विवाह के 6 माह के उपरांत ही युवती ने एक बच्चे को जन्म दे दिया. समय से पहले बच्चा होने के कारण युवती के ससुराल में जमकर हंगामा हुआ और सास-ससुर ने उसे नाजायज करार कर दिया.
जानकारी के अनुसार युवती की सास ने उसे घर से बाहर निकाल दिया. समाज में बेइज्जती के डर से सास ससुर ने उसे पीछा कटवाना ठीक समझा और उसे मायके भेज दिया.
जबकि युवती का कहना था कि यह बच्चा उसके पति का ही है. तमाम कोशिशों के बाद भी सास-ससुर ने उसे वापस ससुराल में आने की अनुमति नहीं दी. जिसके बाद युवती ने कुटुंब न्यायालय में न्याय की गुहार लगाई.
यूपी की दरखास्त के बाद कुटुंब न्यायालय में निर्देशन सेल के जरिए सास-ससुर के लिए ऑनलाइन काउंसलिंग का आयोजन करवाया गया. यूपी के पति से जब पूछताछ की गई तो उसने भी कहा कि यह बच्चा उसका नहीं है.
लेकिन युवती दावा कर रही थी कि यह बच्चा उसका ही है. युवती के अनुसार दुनिया की नजर में शादी बाद में हुई थी लेकिन दोनों ने पहले ही प्रेम विवाह कर लिया था और उन दोनों के बीच में पहले से ही फिजिकल रिलेशन था.
युवती ने यह भी कहा कि फेसबुक के जरिए दोनों की जान पहचान हुई थी जिसके बाद दोनों में नजदीकियां बढ़ी और उन्होंने शादी करने का फैसला ले लिया.
न्यायालय काउंसलिंग ने इस बारे में युवती के पति से पूछताछ की, जिसके बाद कड़ी सख्ती बरतने के पश्चात उसने बताया कि यह बच्चा उसका ही है. युवक ने कहा कि परिवार और समाज के दबाव के कारण उसे झूठ बोलना पड़ा.
जिसके पश्चात न्यायालय काउंसलिंग में ऑनलाइन काउंसलिंग का आयोजन करवाया और सुलह करवाने की कोशिश की. लंबी बहस बाजी के बाद युवक युवती की उनके परिवारों से सुलह करवाई गई, जिसके बाद सास-ससुर को भी यह मानना पड़ा कि यह बच्चा उनके बेटे का ही है.
सच साबित होने के पश्चात सास ससुर ने अपनी बहू को घर वापस ले जाने का निर्णय लिया और कोर्ट आकर अपने पोते और बहू को घर ले गए.