दुबई जितना अपने शानो-शौकत के लिए प्रसिद्ध है उतना ही अपनी कड़ी कानून व्यवस्था के लिए भी. यहां लोगों के पास बेशुमार पैसा है लेकिन अगर कोई नागरिक कानून संहिता के बाहर छोटा सा भी जुल्म कर देता है तो यह भी उसके लिए बेहद भारी पड़ जाता है.
दुबई में आपको बेहद छोटी चीजों जैसे गंदे इशारे करने, अविवाहित महिला और पुरुष एक साथ दिखने, अभद्र भाषा का प्रयोग करने, खुले में शराब पीने, रोजेदारों के सामने खाना खाने और बिना पूछे किसी की तस्वीर खींचने तक पर कड़ी सजा हो सकती है.
अगर बात की जाए महिला कैदियों की तो किसी भी आरोप में पकड़े जाने के बाद महिलाओं के साथ में कोई नरमी नहीं बरती जाती है, उन्हें सीधा जेल में डाल दिया जाता है. अगर बात करें दुबई की सबसे बड़ी जेल अल अवैर (Al- Awir) दुबई की बाकी चीजों की तरह ही यह भी आधुनिकता से भरपूर है.
जेल का निर्माण ओपन कांसेप्ट को ध्यान में रखकर करवाया गया है, यानी यह जेल इस प्रकार से बना हुआ है कि बीच में ढेर सारी खाली जगह बच जाए. यहां सबसे ज्यादा महिला कैदी विदेशी है जो रूस, ईरान, इथोपिया, पाकिस्तान, भारत और श्रीलंका से तालुकात रखती है.
यहां बैरिकेट्स पर ताले भी नहीं लगाए जाते हैं ताकि महिलाएं आपस में बातचीत कर सकें. यह महिलाओं के लिए क्राफ्ट क्लास और कुरान क्लास का आयोजन किया जाता है. सभी महिलाओं को गुलाबी रंग का एक ढीला सूट पहनना होता है और सर पर हिजाब बांधना होता है.
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यह प्रत्येक महिला कैदी को 6:30 बजे उठना होता है और 10:30 बजे उन्हें सोना होता है. यदि किसी महिला का बच्चा छोटा है तो वह उसे साथ भी रख सकती हैं. इसके अलावा महिलाओं को कई प्रकार के हुनर सीखने के लिए भी अवसर दिए जाते हैं.