हम सब ने मोटर गाड़ियों में तो बारात निकलते हुए देखा ही है. अक्सर ऐसा भी सुना जा सकता है कि बारात दुल्हन के घर तक पैदल गई है. कई बार ऐसा भी हो जाता है जब दूल्हा दुल्हन का घर काफी पास हो. लेकिन कई बार लोग अपनी र’ईसी दिखाने के लिए बारात को हेलीकॉप्टर और एरोप्लेन में भी लेकर जाते हैं.
हालांकि ऐसे कई मामले सामने आ चुके हैं इसलिए अब हेलीकॉप्टर से बारात चढ़ाने में भी कोई नई बात नहीं है. लेकिन क्या आपने सुना है कि बारात नाव में ले जाई गई? शायद ऐसा किसी ने भी पहले ही ना तो सुना होगा और ना ही देखा होगा.
लेकिन राजस्थान के बांसवाड़ा जिले के मालीपाडा़ गांव में एक ऐसा मामला सामने आया है जब दूल्हे की बारात नाव से चढ़ाई गई केवल इतना ही नहीं शादी में कुछ बाराती तैर कर भी पहुंचे. जिसके बाद इस अनोखी शादी की कुछ तस्वीरें भी सोशल मीडिया पर वायरल हुई.
दरअसल ऐसा भौगोलिक परिस्थितियों की वजह से हुआ है. क्योंकि इस क्षेत्र के पास अनास नदी बहती है. जंगल भी यहां काफी घने है. अनास नदी के अपवाह क्षेत्र के टापू में ही यहां 19 परिवारों का बसेरा है.
अर्थात यह सभी परिवार यहां के टापु क्षेत्र में रहते हैं और यही के जंगलों में रहकर अपना गुजर-बसर करते हैं. हालांकि यह कोई बड़े टापू नहीं है लेकिन फिर भी इन्हें जीवन यापन में थोड़ी समस्या का सामना करना पड़ता है.
19 परिवारों में से एक परिवार में यहां शादी का आयोजन किया गया. शादी शुक्रवार 11 फरवरी को होनी थी. जिसके बाद यहां दूल्हे को नाव में बिठा दिया गया और नाव में ही पूरी बारात निकली. यहां तकरीबन 3 किलोमीटर पानी का क्षेत्र बारातियों ने नाव के जरिए ही तय किया जबकि कुछ लोग नाव में नहीं आ सके इसलिए उन्हें तैरकर शादी में शरीक होना पड़ा.
इस सफर के बीच अन्य कुछ बाराती वाहनों से भी 10-12 किलोमीटर का सफर कर दुल्हन के घर पहुंचे. इस दरमियान बाराती नाचते गाते हुए और लोकगीतों का आनंद उठाते हुए नजर आ रहे थे. नाव की इस बारात ने शादी को काफी दिलचस्प बना दिया.