लंबे समय से चर्चा का विषय बनी फिल्म सम्राट पृथ्वीराज 3 जून 2022 को सिनेमाघरों में रिलीज हुई थी. फिल्म में अक्षय कुमार और मानुषी छिल्लर एक दूसरे के साथ स्क्रीन शेयर करते हुए नजर आए. लेकिन फ़िल्म दर्शकों पर किसी भी तरह का असर नहीं कर पाई और कुछ ही दिनों में औंधे मुंह गिर पड़ी.
रिपोर्ट्स के मुताबिक इस फिल्म के लिए अक्षय कुमार को तकरीबन 60 करोड़ की फीस भी दी गई और फिल्म बनाने में भी लंबा समय लगा. प्राप्त जानकारी के अनुसार इस फिल्म का बजट तकरीबन 175 करोड रुपए था. लेकिन अपेक्षाओं के विपरीत यह फिल्म कुल 80 करोड़ की कमाई भी नहीं कर सकी.
जबकि इसे कई राज्यों में टैक्स फ्री की सुविधा भी प्राप्त हुई. ऐसे में फिल्म मेकर्स को इस फिल्म से बड़ा नुकसान भी झेलना पड़ा है. क्योंकि यह फिल्म लागत पैसे भी नहीं जुटा पाई है. अभिनेता अक्षय कुमार को इतनी मोटी फीस देकर फिल्म में लेने के बावजूद भी यह फिल्म इतनी बुरी तरह से पिट जाएगी इसकी उम्मीद शायद डायरेक्टर और राइटर चंद्रप्रकाश द्विवेदी को भी नहीं थी.
क्योंकि जिस फिल्म को लिखने के लिए उन्होंने तकरीबन 18 साल लगा दिए वह फिल्म सिनेमाघरों में 18 दिन भी नहीं टिक सकी. ऐसे में डायरेक्टर का दर्द भी मीडिया के सामने छलक कर बाहर आया है और उन्होंने इस विषय में अपनी चुप्पी तोड़ी है.
डायरेक्टर ने बताया अपना द’र्द
डायरेक्टर चंद्रप्रकाश द्विवेदी ने इस विषय में कहा कि फिल्म का राजनीतिकरण अधिक हुआ जो इसके फ्लॉप होने की एक बड़ी वजह रही. इस विषय में चंद्रप्रकाश द्विवेदी ने आगे कहा कि मुझे अच्छा लगता अगर इतिहासकार इस पर अपने प्रश्न उठाते और अपनी कहानी बताते. लेकिन हुआ कुछ यूं कि लोगों ने इसे सिरे से खारिज कर दिया.
Samrat Prithviraj
चन्द्रप्रकाश द्विवेदी ने फिल्म के रिव्यु के बारे में बातचीत करते हुए कहा कि हम लोगों के मूड को समझने में नाकामयाब रहे. दर्शक शायद इस फिल्म के साथ कनेक्ट नहीं कर पाए और हम यह बात भी नहीं समझ पाए कि उन्हें क्या समस्या हुई है!