कुछ समय पहले सिनेमा पर रिलीज हुई सुपरहिट फिल्म कबीर सिंह में काम कर चुकी हीरोइन निकिता दत्ता इन दिनों बॉलीवुड में अपना वर्चस्व जमाने के लिए प्रयास कर रही है. सोशल मीडिया पर भी निकिता की अच्छी फैन फॉलोइंग है और निकिता प्रयास कर रही है कि वह जल्द से जल्द अपनी फैन फॉलोइंग और बढ़ा ले.
इसी बीच अभिनेत्री ने सोशल मीडिया के जरिए अपने साथ हुई एक बदतमीजी का किस्सा अपने फैंस के साथ शेयर किया है. उन्होंने पोस्ट के जरिए अपने साथ हुई घटना का जिक्र किया है.
निकिता दत्ता ने अपनी पोस्ट के जरिए बताया कि शाम को वह बांद्रा की 14 सड़क पर वॉक पर निकली. इस दौरान वह इधर-उधर घूम रही थी, शाम के लगभग 7:45 हो चुके थे. निकिता वापस घर जाने की तैयारी कर रही थी तभी अचानक दो लड़के बाइक लेकर पीछे से आए.
उन्होंने सरेआम निकिता के सर पर टैप किया, इससे पहले कि निकला को समझ पाती उन्होंने उसे धक्का देने की कोशिश की और उनका मोबाइल छीन ले गए. यह वाकया मात्र 1 मिनट का है जब देखते ही देखते दो आवारा लड़कों ने उनके साथ बदतमीजी की.
उन्होंने अपनी पोस्ट के जरिए आगे कहा कि पिछले 24 घंटों से वह केवल इसी बात के बारे में सोच रही है. वह इसे भूलने की कोशिश कर रही है लेकिन यह बात उनके दिमाग से जा ही नहीं रही.
वास्तव में उन्हें आश्चर्य हो रहा है कि कैसे खुले आम लोग बदतमीजी करने से नहीं चूकते! जैसा कि हम स्वयं रोज अपने वास्तविक जीवन में इस बात का अनुभव कर सकते हैं. हम में से कई लोगों के साथ ऐसी घटनाएं हुई है जब वह इधर-उधर देखते हैं तब तक ही उनके बटुए और मोबाइल चोरी हो जाते हैं.
चोर महिलाओं के गले में हाथ डालकर उनके गहने और चेन तक तोड़ ले जाते हैं. लेकिन पुलिस इन बातों पर गौर तक नहीं करती, या ऐसा कह लें कि यह घटनाएं अब इतनी आम हो चुकी है कि हमें इनका आश्चर्य तक नहीं होता. वास्तव में यह आम घटनाएं नहीं है चाहे कोई आम आदमी हो या कोई अमीर, ऐसी घटनाएं कदापि ठीक नहीं कही जा सकती.
पुलिस प्रशासन को चाहिए कि उन्हें ऐसी घटनाओं के लिए कड़े दंड रखे, अन्यथा एक दिन ऐसा आएगा जो हमारे देश में घर में घुसकर रोज चोरियां होती रहेगी और पुलिस इसे भी आम ही कहेगा. यह प्रशासन की गलती है की वह ऐसी घटनाओं पर कोई कार्यवाही नहीं करता तभी अधिक से अधिक चोरों का साहस बढ़ जाता है, और दिनोंदिन चोरी की घटनाएं बढ़ती है.
नतीजा यह हुआ है कि हम अपने पास पैसे रखने से डरने लगे हैं, हम जेब में मोबाइल रखने से डरने लगे हैं, इसके अलावा गले में कोई आभूषण धारण करने से डरने लगे हैं. आखिर किसी भी व्यक्ति में समाज में बढ़ रहे इन अपराधियों के प्रति बढ़ती यह दहशत ठीक नहीं कही जा सकती.