ऐसा माना जाता है कि जब दो पॉपुलर परिवार एक दूसरे के साथ रिश्तो में बनते हैं तो यह उनकी प्रसिद्धि को और बढ़ाता है. ऐसा ही कुछ करने की सोची बच्चन और कपूर परिवार ने क्योंकि दोनों ही परिवार बॉलीवुड में एक अच्छा वर्चस्व रखते हैं और ऐसे में यदि दोनों के बीच रिश्तेदारी हो जाती तो यह सोने में सुहागा होता.
पहले अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan) की बेटी श्वेता बच्चन (Shweta Bachchan) की शादी राज कपूर के नातिन निखिल नंदा (Nikhil Nanda) के साथ हुई. दोनों की शादी 1997 में बेहद धू’मधाम से करवाई गई जहां बच्चन परिवार और कपूर परिवार के सभी सदस्य शामिल हुए.
कहा जाता है इसी शादी के दौरान करिश्मा कपूर (Karishma Kapoor) और अभिषेक बच्चन (Abhishek Bachchan) में मुलाकात हुई. दोनों दोस्त बने और दोस्त से बेस्ट फ्रेंड बन गए. करिश्मा कपूर और अभिषेक बच्चन की नज़दीकियां देखते हुए दोनों परिवारों ने यह फैसला ले लिया कि रिश्तो को और मजबूत बनाने के लिए इन दोनों की शादी करवा देना ठीक रहेगा. बताया जाता है कि जिसके बाद दोनों एक दूसरे को डेट करने लगे थे.
करिश्मा कपूर और अभिषेक बच्चन करने लगे थे एक दूसरे से प्यार !
शादी के दौरान ही दोनों में प्यार परवान चढ़ा और दोनों एक दूसरे के करीब आए. जिसके बाद दोनों ने एक दूसरे को लगातार 5 साल तक डेट किया. मीडिया और अन्य कई स्थानों पर करिश्मा कपूर बच्चन परिवार के साथ नज़र आती थी.
जिससे यह तय हो चुका था कि करिश्मा कपूर बच्चन परिवार की बहू बनेगी. कुछ ही समय बाद करिश्मा कपूर ने ऑफिशियल अनाउंस कर दिया था कि अभिषेक बच्चन और उनकी सगाई हो चुकी है और वह बच्चन परिवार का हिस्सा बनकर काफी खुश है.
जहां दोनों के फैंस दोनों की शादी की तारीख बाहर आने का इंतजार कर रहे थे वहीं 2003 में दोनों ने अलग होने का फैसला कर लिया और करिश्मा कपूर ने अभिषेक बच्चन से सगाई तोड़ ली. आइए जाने का प्रयास करते हैं कि क्यों करिश्मा कपूर ने अभिषेक बच्चन से सगाई तोड़ी? वह भी इतने लंबे समय तक एक-दूसरे को डेट करने के बाद ?
करिश्मा की मां बबीता नहीं चाहती थी यह रिश्ता ?
बताया जाता है कि करिश्मा की मां बबीता को इस रिश्ते से ऐ’तराज था. ऐसा इसलिए क्योंकि बबीता अपनी बेटी की एक फाइनेंशियल स्टेबिलिटी चाहती थी. और वह इस बात को निश्चित करना चाहती थी कि उनकी बेटी शादी के बाद भी परिवार के पैसों में एक वाजिद हिस्सेदारी रखेगी. लेकिन बच्चन परिवार इससे सहमत नहीं था.
करिश्मा की मां बबीता का यह मानना था कि उनके पति रणधीर कपूर से अलग होने के बाद उन्हें दोनों बेटियों को अकेले पालने में काफी मुश्किल हुई थी ऐसे में यह उनकी बेटी करिश्मा के साथ भी हो सकता था! वहीं यह भी कहा जाता है कि बबीता की इस रिश्ते के इसलिए भी खिलाफ थी क्योंकि उनका मानना था कि अभिषेक बच्चन के पास कोई अच्छा एक्टिंग करियर नहीं है.
उस समय करिश्मा कपूर का कैरियर चरम पर था और उन्होंने बॉलीवुड में कई बेहतरीन फिल्में दी थी. वहीं अभिषेक बच्चन की फिल्में लगातार फ्लॉप रही और वह बतौर अभिनेता नहीं उभर सके. करिश्मा की मां बबीता का मानना था कि शादी के बाद उनकी बेटी का करियर भी खराब हो जाएगा.
क्या जया बच्चन भी थी इसके लिए जिम्मेदार ?
बताया जाता है कि करिश्मा कपूर और अभिषेक बच्चन के अलग होने के पीछे जया बच्चन भी कहीं ना कहीं जिम्मेदार थी. कहा जाता है कि जया बच्चन ने करिश्मा कपूर को कहा था कि यदि वह बच्चन परिवार की बहू बनना चाहती है तो उन्हें एक्टिंग छोड़नी होगी. इसके अलावा उस समय की रिपोर्ट के मुताबिक अभिषेक बच्चन भी अपनी मां की बात बेहद ज्यादा मानते थे और जया बच्चन एक तरह से अभिषेक बच्चन को कंट्रोल करके रखती थी.
ऐसे में यदि करिश्मा कपूर अभिषेक बच्चन से शादी करती तो भी उनका परिवार में इतना वर्चस्व नहीं रह पाता. आखिरकार कई कारणों से 2003 में दोनों ने अलग होने का फैसला कर लिया और इसी के साथ दोनों की लव स्टोरी पर पूरी तरह से विराम लग गया. जिसके बाद करिश्मा कपूर ने 2003 में ही बिजनेसमैन संजय कपूर (Sunjay kapur) से शादी करके सभी बातों पर पूर्ण रूप से विराम लगा दिया.