90 के दशक की सबसे मशहूर अभिनेत्रियों में से एक रवीना टंडन आज किसी पहचान की मोहताज नहीं है. उन्होंने कई बेहतरीन फिल्मों में काम किया है इसके साथ ही वह दिखने में भी काफी ज्यादा सुंदर है.
पिछले कुछ समय से रवीना टंडन फिल्मों से दूर हो चुकी थी लेकिन अब उन्होंने पर्दे पर वापसी कर ली है और एक बार फिर उन्होंने अपनी कलाकारी का लोहा मनवाना शुरू कर दिया है. अगर फिल्मी करियर के अलावा बात करें रवीना टंडन की पर्सनल लाइफ की तो उनके पास एक सेटल परिवार है. जानकारी के लिए बता दें कि रवीना टंडन की शादी 2004 में अनिल थदानी के साथ हुई थी.
जिसके बाद अनिल और रवीना के दो बच्चे हैं जिनके नाम राशा थदानी और रणबीर थदानी है. लेकिन क्या आप जानते हैं रवीना टंडन दो नहीं बल्कि 4 बच्चों की मां है? बता दें की राशा और रणबीर के अलावा रवीना टंडन की दो और बेटियां हैं जिनके नाम छाया टंडन और पूजा टंडन है.
21 साल की अवस्था में बन चुकी थी मां :–
जानकारी के लिए बता दें कि रवीना टंडन अपनी बेटियों पूजा टंडन और छाया टंडन की मां जब बनी तब उनकी उम्र महज 21 साल थी. उन्होंने दोनों को 1995 में गोद लिया था. आज रवीना टंडन की दोनों बेटियों की शादी भी हो चुकी है और दोनों के बच्चे भी हैं. इस लिहाज से रवीना टंडन अब नानी भी बन चुकी है.
आपको बता दें कि रवीना टंडन ने पूजा और छाया को गोद लिया है. जब उन्होंने अपनी दोनों बेटियों को गोद लिया तब वह महज 21 साल की थी. उस वक्त उनकी शादी भी नहीं हुई थी इसीलिए रवीना टंडन को कई लोगों ने यह सलाह भी दी थी कि शादी से पहले ऐसा करने के कारण उनसे कोई शादी भी नहीं करेगा.
इसके अलावा रवीना टंडन और भी कई तरह की बातें सुनने को मिली थी. आपको बता दें कि रवीना टंडन की बड़ी बेटी पूजा टंडन 38 साल (2022 में) की है जबकि छोटी बेटी छाया टंडन 35 साल (2022 में) की है. रवीना की बड़ी बेटी पूजा एक इवेंट मैनेजर है जबकि छोटी बेटी छाया एक एयर होस्टेस है.
इसलिए लिया था दोनों को गोद –
इंटरव्यू के दौरान रवीना से जब पूछा गया कि इतनी कम अवस्था में उन्होंने दोनों बेटियों को गोद लेने का विचार क्यों बनाया ? तो इस प्रश्न का उत्तर देते हुए रवीना ने कहा कि 1994 के पहले की बात है जब उनकी फिल्म मोहरा की शूटिंग चल रही थी. इस दौरान वह अपनी मां के साथ एक अनाथ आश्रम ‘आशा सदन’ अक्सर जाया करती थी.
बाद में उनकी फिल्म मोहरा रिलीज हुई और यह सिनेमाघरों पर काफी हिट रही. इसी अनाथ आश्रम में उन्हें पूजा और छाया मिली थी. यह दोनों ही बेटियां रवीना टंडन की एक दूर के चचेरे भाई की बेटियां थी. इन दोनों बच्चियों के पिता की मृत्यु हो चुकी थी और दोनों काफी छोटी थी.
रवीना टंडन ने बिना कुछ सोचे-समझे दोनों को एक बेहतर जिंदगी देने के लिए यह कदम उठा लिया जबकि जमाने भर से उन्हें खूब ताने सुनने को मिले थे. रवीना टंडन ने यह काम करके अपनी दरियादिली का सबूत पेश किया है और हम इनके इस कदम की खूब सराहना करते हैं.