90 के दशक की फिल्मों में विलेन और इंस्पेक्टर का शानदार केदारन निभाने वाले अभिनेता सदाशिव अमरापुरकर को आज हर कोई जानता है. लोग उनके नाम से जितने वाकिफ नहीं है उतना उनके डायलॉग्स को बखूबी जानते हैं. उन्होंने दर्जनों फिल्मों में काम किया और बेहतरीन नाम कमाया. यही कारण है कि आज भी उन्हें बेहद याद किया जाता है.
आप शायद यह बात जानते ना हो लेकिन हम आपको बता दें कि सदाशिव अमरापुरकर एक ऐसे अभिनेता हैं जिन्होंने तकरीबन 25 फिल्मों में सिर्फ इंस्पेक्टर का रोल निभाया है. उन्होंने अपने करियर में अधिकतर ऐसे ही रोल निभाए हैं जिनमें कॉमेडी और विलन मुख्य है.
सदाशिव बचपन से ही एक अभिनेता बनने का सपना देखा करते थे और इसी तर्ज पर उन्होंने साल 1983 में फिल्म अर्ध सत्य से अपना बॉलीवुड डेब्यू किया था. जिसमें उन्होंने गोविंदा के साथ काम किया था. आपको बता दें कि इस फिल्म के लिए सदाशिव को बेस्ट सपोर्टिंग एक्टर के लिए फिल्मफेयर अवार्ड भी प्राप्त हुआ था.
जिसके बाद सदस्यों ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा और तकरीबन 300 फिल्मों में अपनी शानदार भूमिका निभाई. इसके साथ ही साथ साल 1991 में संजय दत्त के साथ फिल्म सड़क में सदाशिव को बेस्ट नेगेटिव रोल के लिए भी फिल्मफेयर अवार्ड मिला था.
आपको बता दें कि हिंदी फिल्मों के साथ ही साथ सदा शिव ने मराठी, बंगाली, उड़िया, हरियाणवी, तेलुगु और तमिल फिल्मों में भी काम किया है. आखिरी बार सदाशिव अमरापुरकर ने साल 2013 में फिल्म बॉम्बे टॉकीज में काम किया था.
लेकिन उसके कुछ ही समय बाद 3 नवंबर 2014 को इस अभिनेता ने दुनिया को अलविदा कह दिया. यह बात भी बेहद कम लोग जानते हैं कि सदाशिव अमरापुरकर अब इस दुनिया में नहीं है. लेकिन सैकड़ों फिल्मों में अपनी शानदार भूमिका के चलते वह आज भी उनके फैंस के द्वारा याद किए जाते हैं.