भारतीय समाज जहां एक तरफ विकसित राष्ट्र की बात कर रहा है वहीं हमारे समाज में अभी तक कुछ ऐसे असामाजिक तत्व है जो नवजात बच्चियों को कचरे के ढेर में फेंकने से नहीं चूक रहे हैं.
बड़े ही शर्म की बात है कि आए दिन नवजात बच्चियों को कूड़े के ढेर में फेंक दिया जाता है. एक बार फिर छत्तीसगढ़ के मुंगेली क्षेत्र से एक नवजात बच्ची को कुत्तों के पास मरने के लिए उसके परिजन छोड़कर भाग गए.
जानकारी के अनुसार मुंगेली के लोरमी इलाके में बीती रात को किसी ने 1 दिन की नवजात बच्ची को पिल्लों के पास छोड़ दिया. इतनी मासूम छोटी बच्ची जिसे यह दुनिया देखे हुए चंद घंटे भी नहीं हुए थे, दुनिया ने उसे अपनी दरिंदगी दिखा दी.
लेकिन कहा जाता है कि कभी कबार जानवर इंसान से अच्छा होता है, यही बात इस बच्चे के केस में सही साबित हुई है.
असलियत में बच्चे के परिजनों ने तो उससे मरने के लिए छोड़ दिया लेकिन कुत्तों ने उसे कोई नुकसान नहीं पहुंचाया. पिल्लों ने रात भर नवजात बच्ची की रक्षा की.
शायद उन्होंने इसे अपनी बच्ची समझ लिया था. सुबह तड़के ही कुछ ग्रामीणों ने बच्चे को कुत्तों के पास पाया. मासूम की यह हालत देखकर आसपास के इलाके में लोग आश्चर्य में पड़ गए.
जिसके बाद ग्रामीणों ने सरीसताल के पुलिस थाने में फोन किया, जानकारी पाकर तुरंत ही पुलिस मौके पर पहुंची.
जांच पड़ताल करने के पश्चात पुलिस वाले इस छोटी बच्ची को पास के मातृ शिशु अस्पताल में प्राथमिक उपचार के लिए लेकर गए.
प्राथमिक उपचार दिलाने के बाद बच्ची को “चाइल्ड केयर मुंगेली” में रेफर कर दिया गया है. पुलिस इस बच्ची के परिजनों की तलाश कर रही है हालांकि अभी तक इस बारे में साफ कुछ भी पता नहीं लग पाया है.