टेक्सी ड्राइवर को पीटने वाली लड़की के खिलाफ FIR, अब डर के मारे बोली मुझे हार्ट व ब्रेन की प्रॉब्लम है

सोशल मीडिया आज के समय में इंसाफ का सबसे बड़ा माध्यम बन चुका है। यहाँ लोग अपनी राय रखते देर नहीं लगाते। खबरें इतनी जल्दी फैलती है कि आपको हर घटना की जानकारी रहती है। एक ऐसा ही वीडियो आज कल सोशल मीडिया पर बड़ी तेजी से फ़ैल रहा है।

इस वीडियो में हम देख सकते है कि एक लड़की बिना देखे रोड पर चल रही थी और अचानक से एक टेक्सी ड्राइवर की गाड़ी उस लड़की के आगे आ जाती है। हालाँकि इस घटना में लड़की को कोई नुकसान नहीं हुआ और देखा जा रहा है कि गलती भी लड़की की ही है।

ट्रैफिक नियमों के हिसाब से अगर कोई व्यक्ति पैदल चलकर रोड क्रॉस करना चाहता है तो उस व्यक्ति को रेड लाइट होने का इंतज़ार करना चाहिए। रेड लाइट होने के पश्चात जब उस साइड की साड़ी गाड़ियाँ रूकती है तब पैदल चलकर रोड क्रॉस करनी चाहिए। लेकिन अब ट्रैफिक कैमरा से CCTV फुटेज सामने आने के बाद पता चला है कि वह लड़की ग्रीन बत्ती होने के बाद भी चलती सड़क पार कर रही थी। अगर देखा जाए तो ड्राइवर का ध्यान सही था कि उसने सही समय पर गाडी रोक दी।

लेकिन हम देखते है वायरल हुई वीडियो में लड़की टेक्सी ड्राइवर को रोड के बीच में गाड़ी से बाहर निकाल कर थप्पड़ों से मारती है। लड़की काफी गुस्से में नजर आ रही थी। पहले तो कोई इनके बीच में नहीं आया परन्तु कुछ देर बाद लोगों ने लड़की को रोकने की कोशिश की। लड़की ने टेक्सी ड्राइवर को 20 से ज्यादा थप्पड़ मारे और बहुत भला बुरा सुनाया।

टैक्सी ड्राइवर का नाम शादत अली है। यह सारी घटना उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ की है। पुलिस के मुताबिक यह घटना 30 जुलाई की है। जब यह सब हो रहा था तब वहाँ पर ट्रैफिक पुलिस भी मौजूद थी। लेकिन पुलिस की मौजूदगी में ही यह महिला उस ड्राइवर को बहुत देर तक खुले आम पीटती रही। इस दौरान ड्राइवर ने महिला से कोई बदसलूकी नहीं की बल्कि चुप-चाप वह थप्पड़ खाता रहा। उस दौरान ड्राइवर ने बस यह बात कही की लड़का होता तो में बताता परन्तु महिला है तो वह कुछ नहीं कर रहा।

चौंका देने वाली बात यह कि इस सब के बाद भी पुलिस उस ड्राइवर को थाने ले गयी। शांति भंग करने के आरोप में इस टैक्सी ड्राइवर का चालान कर दिया और महिला को केवल चेतावनी दे कर छोड़ दिया। उस लड़की का नाम प्रियदर्शिनी व उम्र 28 से 30 वर्ष के आस-पास की बताई जा रही है। इसके के साथ-साथ उसने टैक्सी ड्राइवर का फ़ोन भी तोड़ दिया।

परन्तु जब से यह वीडियो सोशल मीडिया पर फैला है जनता इंसाफ की मांग कर रही है तब जा कर पुलिस भी टैक्सी ड्राइवर के समर्थन में आ गयी है। आखिरकार दबाव में आने के बाद लखनऊ की पुलिस ने इस महिला के खिलाफ भी एक ऍफ़.आई.आर (FIR) दर्ज कर ली है।

प्रियदर्शिनी के खिलाफ FIR दर्ज होने के बाद अब वह डर गयी है। आज तक और न्यूज़ मीडिया रिपोर्टर के सामने आकर उस लड़की ने अपना पक्ष रखा है। मीडिया इंटरव्यू में हम साफ़ साफ़ देख सकते है कि वह लड़की बिना सर पैर के बातें कर रही।

प्रियदर्शिनी ने अपनी सफाई में कहा कि- “कैब ड्राइवर 100 लोगों के साथ था और उन लोगों ने मुझे 300 मीटर तक घसीट कर मारा। इतना ही नहीं, उन लोगों ने मेरे हाथ की हड्डी भी तोड़ दी। पुलिस वहाँ पर खड़ी थी और चुपचाप देखती रही। मुझे बचाने के लिए कोई नहीं आया। और कैसे भी कर के मैं वहाँ से बचकर निकल गयी। आगे प्रियदर्शिनी ने सफाई देते हुए कहा मुझे हार्ट की समस्या है, मुझे किडनी की भी समस्या है और मुझे ब्रेन की भी समस्या है।”

लेकिन हम CCTV फुटेज में देख सकते है कैब ड्राइवर सिर्फ अकेला था और उल्टा उसी लड़की ने उसे मारा था। अब प्रियदर्शिनी के खिलाफ FIR दर्ज हो चुकी है। अब आगे देखना होगा कि यह केस किस तरफ मोड़ लेता है। और क्या उस लड़की को जेल होती है?

ड्राइवर का कहना है कि महिला के खिलाफ ऍफ़.आई.आर (FIR) का तक ठीक है। परन्तु इस घटना के कारण उसके आत्म-समान को बहुत ठेस पहुँचा है। सरे आम उसका अपमान हुआ उसका क्या? यह बड़ी चौंका देने वाली घटना होती है जब किसी का साथ देने की बजाय पुलिस ही उन्हें जेल में डाल देती है और आम नागरिकों की इज्जत नहीं करती। भारत जैसे देश में आज भी लड़के और लड़की में समानता नहीं है।