आजकल चारों तरफ आत्महत्या केश सामने आ रहे हैं, इनमें से ज्यादातर ऐसे मामले हैं जब लोग अपने जीवन की समस्याओं का समाधान नहीं ढूंढ पा रहे थे इसलिए वह हताश और परेशान थे. लेकिन मध्यप्रदेश के बेतूल से एक अनोखा आत्महत्या का मामला सामने आया है.
जब 14 वर्षीय किशोर ने सिर्फ इस बात के लिए आत्महत्या कर ली क्योंकि उसकी स्कूल बस छूट गई. जानकारी के अनुसार मध्य प्रदेश के बैतूल जिले के चोपना इलाके में अमरोहा गांव से यह अनोखी आत्महत्या की घटना सामने आई है.
जहां 14 वर्षीय राहुल अपने परिवार के साथ रहता था. राहुल गांव में एक सामूहिक परिवार में रहता था और उसके पिता मुंबई में रहकर कोई नौकरी कर रहे थे. वर्तमान में राहुल गांव से 6 किलोमीटर दूर चोपना के सरकारी स्कूल में नवमीं कक्षा में पढ़ रहा था.
राहुल अपने स्कूल पास के बस स्टेशन से बस पकड़ कर जाता था. जहां उसके साथ गांव के अन्य बच्चे भी जाते थे. रोजाना की भांति गत सोमवार को भी राहुल अपने साथियों के साथ बस पकड़ने के लिए पहुंचा. जहां कुछ देर इंतजार करने के बाद बस आकर रुकी लेकिन बस में पहले से ही भीड़ थी.
जिसके कारण कंडक्टर ने सभी बच्चों को बस में बिठाने से मना कर दिया. इसलिए सभी बच्चे अपने घर लौट आए साथ ही राहुल भी अपने घर लौट आया. घर आने के पश्चात राहुल ने बस नहीं मिलने के कारण घर वालों के सामने अफसोस जताया.
लेकिन घरवालों ने इसे सामान्य समझते हुए उसे ज्यादा तवज्जो नहीं दी. जिसके बाद राहुल अपने घर के पिछले हिस्से में चला गया जहां कुछ पेड़ पौधे लगे हुए थे. काफी समय तक जब राहुल दिखाई नहीं दिया तो राहुल की मां ने उसे ढूंढना शुरू किया.
ढूंढते- ढूंढते जब राहुल की मां के पिछले हिस्से में पहुंची तो वहां का नजारा देखकर उनके होश उड़ गए. 14 वर्षीय राहुल घर के पिछले हिस्से के एक पेड़ पर फांसी से लटका हुआ था. जिसके बाद डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया. घटना की जानकारी जब पुलिस को लगी तब उन्होंने परिजनों से पूछताछ शुरू की. जिसके बाद राहुल के चाचा ने बताया कि स्कूल बस छूटने के कारण बहुत दुखी था और शायद इसीलिए उसने फांसी लगा ली.
लेकिन इतनी छोटी बात पर फांसी लगाने की घटना लोगों के गले नहीं उतर रही है. क्योंकि यह बात थोड़ी और असामान्य है, इसलिए पुलिस को शक है कि आत्महत्या करने के पीछे कोई अन्य कारण भी हो सकता है. बरहाल मामले की जांच चल रही है लेकिन अभी तक पुलिस के सामने कोई ठोस कारण नहीं आया.
वही पोस्टमार्टम करने वाले मनोवैज्ञानिक डॉक्टर का कहना है कि आजकल के बच्चों में डिप्रेशन जैसी समस्याएं बढ़ रही है, इसलिए यह हो सकता है कि राहुल को भी ऐसी ही कोई बात सता रही हो. बच्चों में डिप्रेशन और तनाव की यह प्रवृत्ति मोबाइल फोन और सोशल मीडिया के कारण ज्यादा बढ़ रही है, क्योंकि इन गतिविधियों से व्यक्ति का सामाजिक और शारीरिक संतुलन बिगड़ता है और वह आपराधिक प्रवृत्ति की ओर अग्रसर हो रहा है.