जैसे ही सुप्रीम कोर्ट ने राम मंदिर बनाने को मंज़ूरी दी है। तब से ही राम भक्तों यह जिज्ञासा है कि राम मंदिर पूरी तरह बनकर कब तक तैयार होगा। राम मंदिर के लिए पूरे भारत वर्ष के लोग बहुत ही दान कर रहे है। एक किस्सा यह भी है कि एक महिला ने राम मंदिर निर्माण के लिए अपने सारे गहने दान कर दिए थे।
जब से राम मंदिर बनाने को सुप्रीम कोर्ट से हरी झंडी मिली है तभी से इसका निर्माण शुरू हो गया है। मंदिर निर्माण को अलग भागो में बांटकर किया जा रहा है। पिछले साल 5 अगस्त को प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने अयोध्या में राम मंदिर की आधार शिला रखी थी। इसके पहली वर्ष गांठ पर योगी आदित्य नाथ अयोध्या पहुंचे। इसके साथ वहाँ राम लीला का माहौल बना हुआ है और विशेष पूजा भी हुई।
मंदिर को बड़ी ही अच्छी तरह से सजाया गया था और भोग की तैयारी भी काफी अच्छी हुई। लेकिन योगी आदित्य नाथ का अयोध्या राम मंदिर पहुँचने का मकसद वहां का जायजा लेना था कि एक साल में राम मंदिर का निर्माण कहा तक पहुंच चूका है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का कहना है कि राम मंदिर के निर्माण में कोई विलम्ब नहीं होना चाहिए। मंदिर निर्माण के लिए जो अवधि तय की गई है उसी में पूरे होना चाहिए। लेकिन मंदिर निर्माण बहुत बड़ा हो रहा है तो इसके लिए एक समय अवधि का लगना तय है।
एक साल हो गया है निर्माण को शुरू हुए। पिछले साल इसी तारीख को प्रधानमंत्री अयोध्या पहुंचे थे और वहाँ की पवित्र भूमि पर श्री राम को प्रणाम कर भूमि पूजन किया था। अयोध्या सिर्फ राम मंदिर की ही नहीं बल्कि आस्था की भूमि है। इसी भूमि पर निर्माण को एक साल हो जाने के बाद अयोध्या सजा सँवरा है।
जैसे-जैसे दिन बीत रहे उसी के साथ राम मंदिर निर्माण पूरा होने का लक्ष्य भी करीब आ रहा है। योगी आदित्य नाथ ने पूरे 3 घंटे निर्माण का जायजा लिया। उनकी प्रस्तुति में वह भगवान राम लाल के दर्शन कर विशेष पूजा में शामिल हुए और भगवान को छपन विशेष का भोग लगाया गया। इस कार्यक्रम में कई प्रमुख संत-महंत भी शामिल हुए।
राम मंदिर का निर्माण बड़ी ही तेजी से हो रहा है और जल्दी ही उसका पहला भाग पूरा होने वाला है। भक्त मंदिर निर्माण के लिए बहुत ज्यादा उत्सुक है और जल्द से जल्द अयोध्या जाकर राम मंदिर में भगवान के दर्शन करना चाहते है।
यहाँ एक उत्सुक मेला भी लगता है जो इस बार 11 अगस्त से शुरू होने वाला है। इस मेले के लिए इस बार बहुत अच्छी तैयारी हो रही है।