जहां एक तरफ विश्व लगभग 2 वर्षों से कोराना महामारी से लड़ते-लड़ते अब वैक्सीन लगाने पर जोर दे रहा है वहीं कुछ देशों में कोरोना के कुछ संलक्षी वायरस वापस फैले जा रहे हैं. जानकारी के अनुसार विश्व में अब तक कोरोनावायरस से 40 लाख से भी ज्यादा लोगों की मृत्यु हो चुकी है. भारत में भी बड़ी संख्या में लोग कोरोनावायरस से मारे गए. बीते कुछ दिनों से रूस में वापस कोरोना का कहर बढ़ रहा है. पहले तीन और कोरोनावायरस की भयानक लहरों का सामना करने के बाद रूस में अब यह चौथी बार है जब कोरोना के केस लगातार बढ़ती जा रहे हैं.
एक तरफ लोगों को यह उम्मीदें बनी है की अब शायद कोरोनावायरस का समाधान हो रहा है और जनजीवन वापस पटरी पर आ रहा है. स्कूल कॉलेज खुलने लगी है और जनजीवन भी सामान्य रूप से अपने काम करने की ओर अग्रसर है. वही रूस से आ रही कोराना की यह चौथी लहर की बात चिंता का विषय है. हालांकि इसके समाधान में लगातार रूस की सरकार प्रयासरत हैं.
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क्या है रूस के मौजूदा हालात?- पहले लाखों लोगों के मारे जाने के बाद रूस में पुनः कोरोना का कहर बढ़ रहा है. रूस की वॉलोगदा सिटी में मरने वालों का आंकड़ा ज्यादा है. यहां हजारों की तादाद में लोग कोरोना संक्रमित हो रहे हैं और प्रतिदिन लगभग 1000 लोगों की मृत्यु हो रही है. जो सबसे चिंतनीय विषय है वह यह कि रूस में अब तक केवल एक तिहाई लोगों को ही वैक्सीन लगी है. इस बीच बढ़ती कोरोना की वजह से लोगों में अफरा-तफरी मच चुकी है.
कुछ ही दिनों में यहां कब्र खोदने वालों की मांग दोगुनी हो चुकी है. लोग बड़ी संख्या में मारे जा रहे हैं इसलिए सरकार को यहां कड़े प्रतिबंध लगाने पड़े हैं. कुछ ही दिनों में भयंकर ऑक्सीजन की मांग बढ़ी है और हॉस्पिटलों में कोरोना मरीज लगातार बढ़ रहे हैं. कई हॉस्पिटलों में तो नए मरीज भर्ती करने की जगह भी नहीं बची है. वहीं दूसरी ओर सरकार जब वैक्सीनेशन पर जोर लगा रही है तो यह देखा गया है कि आम जनता वैक्सीन पर भरोसा नहीं कर रही है.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार आम जनता का कहना है की सरकार वैक्सीन से बचाव की बात कर रही हैं लेकिन वे अपने आसपास देख पा रहे हैं कि वैक्सीनेशन के कई बड़े साइड इफेक्ट्स सामने आए हैं. लेकिन इस मुश्किल दौर में वैक्सीन के अलावा दूसरा कोई चारा नहीं है. रूस के चिकित्सा विशेषज्ञों का कहना है कि लोगों के मन से यह मिथक हटाने होंगे और जल्दी से जल्दी संपूर्ण जनता को टीकाकरण करना होगा.
हेल्थ रिपोर्ट्स की रिपोर्ट के अनुसार यदि विश्व से कोरोनावायरस का कहर मूल रूप से हटाना है तो विश्व की 70% जनता को कोरोना का टीका लगना आवश्यक है. 70% जनता को यदि दिसंबर तक कोरोनावायरस का टीका लग जाता है तो आगामी वर्ष के शुरुआत तक यह संभव है कि विश्व शायद कोरना मुक्त हो जाए.
भारत में भी वैक्सीनेशन जोरों शोरों पर चल रहा है. हिमाचल प्रदेश, राजस्थान तमिल नाडु सहित देश के कई बड़े राज्यों में वैक्सीनेशन तेजी से हो रहा है. यहां 90% से भी ज्यादा लोगों को कोरना का पहला टीका लग चुका है साथ ही 60% से भी ज्यादा आबादी को दूसरा टीका भी लग चुका है.