हाल ही में प्रसिद्ध सोशल मीडिया कंपनी फेसबुक ने अपनी कंपनी का नाम बदलकर “मेटा” रख दिया है. आज दुनिया में शायद ही ऐसा कोई होगा जो फेसबुक, व्हाट्सएप और इंस्टाग्राम के बारे में कुछ नहीं जानता हो. पहले इन तीनों ही सोशल मीडिया एप्लीकेशंस की मुख्य कंपनी फेसबुक ही थी. लेकिन हाल ही में मुख्य कंपनी के तौर पर फेसबुक का नाम हटाकर “मेटा” रख दिया गया है. हालांकि सोशल मीडिया साइट फेसबुक व्हाट्सएप और इंस्टाग्राम का नाम यही रहेगा केवल मुख्य कंपनी का नाम ही बदला गया है.
पढ़िए पूरी जानकारी यहां से- फेसबुक के सीईओ मार्क जुकरबर्ग का कहना है कि अब उन्हें लगातार सोशल मीडिया एप्लीकेशंस में काम करने में रूचि कम हो रही है. उनका कहना है कि अब तक दुनिया में सभी लोगों को सोशल मीडिया से जोड़ दिया गया है और अब लोग सोशल मीडिया के बारे में खूब जानकारी जुटा चुके हैं. इसलिए अब उनकी नजर भविष्य पर है.
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उनकी कंपनी मेटा Virtual reality (आभासी वास्तविकता) पर काम करेगी. यानी कि उनकी कंपनी भविष्य की बढ़ती ऑनलाइन संभावनाओं पर काम करेगी, जिसमें लोग बेहतरीन ऑनलाइन गेम्स,ऑनलाइन काम और संपर्क कर सकेंगे.
यह कुछ इस प्रकार से होगा कि आप घर बैठे ही दुनिया भर में घूम सकेंगे यानी कि सब कुछ आपके पास ना होते हुए भी आपके पास ही होगा. इसका आशय यह हुआ की मार्क जुकरबर्ग अब एक ऐसी दुनिया की रचना करने में अपना योगदान देंगे जिसमें सब कुछ आपके पास ना होते हुए भी आपके पास होगा.
इससे पहले 2015 में गूगल ने भी अपने मूल कंपनी का नाम बदलकर “अल्फाबेट” कर दिया था हालांकि यह इतनी चर्चा का विषय नहीं बना और शायद आज भी कई लोग नहीं जानते की गूगल की मूल कंपनी का नाम “अल्फाबेट” है. फेसबुक का नाम बदलने की घोषणा करने के पश्चात ही हाथों हाथ अमेरिका के कैलिफोर्निया में इसके मुख्य ऑफिस पर से फेसबुक का पर्दा हटा दिया गया. उसके स्थान पर अब मेटा लिखा जा चुका है.
आखिर मेटा ही क्यों रखा कंपनी का नाम?
जो मार्क जुकरबर्ग से इस बारे में बातचीत की गई कि आखिर उन्होंने यही नाम क्यों चुना? तो उन्होंने बताया कि मेटा एक ग्रीक भाषा का शब्द है इसका मतलब होता है “एक नया वक्त”. यानी कि उनकी कंपनी एक नये वक्त को लाने में काम करेगी जिसके लिए यही नाम उचित था.
जबकि आलोचकों को कहना है कि उन्होंने अपना नाम फेसबुक की गिरती प्रसिद्धि के कारण बदला है. पहले भी फेसबुक पर कहीं बाहर सुरक्षा का ध्यान ना रखने के आरोप लग चुके हैं. साथ ही उन पर नौजवानों को मानसिक तनाव देने और लोगों में नफरत फैलाने जैसे भी कई आरोप लग चुके हैं.
हालांकि मार्क जुकरबर्ग कहते हैं की फेसबुक ने हमेशा अपने ग्राहकों की छवि का ध्यान रखा है और यह मात्र उनको बदनाम करने के लिए साजिश है. उनका यह भी कहना है की दुनिया में अब सोशल मीडिया से आगे भी कुछ होना चाहिए इसलिए उनकी कंपनी यह पहल करने जा रही है.
हालांकि उनके विचार वर्तमान में अस्तित्व में नहीं है लेकिन उनकी कंपनी इंटरनेट का भविष्य बदलने की पूरी कोशिश करेगी. उनका यह कहना है कि अब वह समय आ चुका है जब सोशल मीडिया से आगे अन्य चीजों पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए. देखना यह है कि आखिर उनके विचार कितनी सच्चाई में तब्दील हो पाते हैं!