हाल ही में उत्तर प्रदेश के कानपुर में एक इत्र कारोबारी पीयूष जैन के घर छापेमारी की गई है. छापेमारी में जीएसटी इंटेलिजेंस महानिदेशालय एवं इनकम टैक्स डिपार्टमेंट के अफसर शामिल है.
छापेमारी के दौरान किसी को भी यह अंदाजा नहीं था कि पीयूष जैन के घर पर इतना ज्यादा माल बरामद होगा की नोट गिनने के लिए मशीनें बुलानी पड़ेगी.
क्योंकि छापेमारी के दौरान यहां पैसों का अंबार लग गया और गिनने वालों के होश उड़ गए. जानकारी के अनुसार यहां नोटों से लदालद भरे हुए छह बक्से बरामद हुए हैं.
इन बक्सों को देखने से ही मालूम चल गया था कि इन में अरबों की संपत्ति पड़ी हुई है. पीयूष जैन के घर पहले डीजीजीआई ने छापेमारी की थी लेकिन पैसों का अंबार मिलने के कारण बाद में इसमें इनकम टैक्स के अफसरों को भी शामिल कर दिया गया था.
छापेमारी के दौरान यहां पैसों से भरे हुए कई बक्से बरामद हुए हैं और उन्हें गिनने के लिए चार नोट गिनने वाली मशीनें भी बुलाई गई है. नोटों की गिनती 24 घंटे से ज्यादा समय से चल रही थी लेकिन फिर भी पैसों का अंबार लगा हुआ था.
कौन है पीयूष जैन ?– पीयूष जैन कन्नौज के इत्र वाली गली में कई वर्षों से इत्र का कारोबार कर रहे हैं. इनका कारोबार कन्नौज के अलावा कानपुर और मुंबई में भी है.
जानकारी के अनुसार पीयूष जैन 40 अन्य कंपनियों से भी अपने व्यापारिक संबंध रखते हैं. इसके अलावा कानपुर में ज्यादातर पान मसाला यूनिट और पान मसाला कंपाउंड भी पीयूष जैन से ही खरीदा जाता है.
पिछले कई सालों से पीयूष जैन कानपुर में ही रह रहे हैं. अभी तक मामले को देखते हुए ही लग रहा है कि पीयूष जैन ने अपने मोटी कमाई के बावजूद भी सालों से टैक्स नहीं भरा है, इस मामले में उनको क्या सजा आवंटित होती है यह देखना बाकी है!