इस वर्ष 26 जनवरी अर्थात गणतंत्र दिवस के दिन कई अहम बदलाव किए जा रहे हैं. यह बदलाव सामान्य गणतंत्र दिवस के उत्सव से काफी भिन्न होंगे और इसका स्पष्ट बदलाव दिखाई देगा.
1- जानकारी के अनुसार पहली बार ऐसा होगा जब गणतंत्र दिवस की परेड 30 मिनट देरी से शुरू होगी. सामान्यतया यह परेड 10:00 बजे शुरू होती है लेकिन इस वर्ष कोहरे की संभावना को ध्यान में रखते हुए इसे आधे घंटे बाद यानी कि 10:30 पर शुरू किया जाएगा.
2- राजपथ के दोनों ओर भी 10 बड़ी एलईडी स्क्रीन लगाई जाएगी. परेड से पहले पीछे गणतंत्र दिवस की परेड की फुटेज दिखाई जाएगी इसके अलावा सशस्त्र बलों पर लघु फिल्में भी स्क्रीन पर दिखाई जाएगी. स्क्रीन पर परेड का लाइव प्रसारण भी होगा.
3- इस वर्ष फ्रंटलाइन वर्कर्स के लिए सीट रिजर्व होगी. ऑटो चालको, मजदूरों और सफाई कर्मचारियों के लिए समारोह में रिजर्व सीटें होगी और इन्हें एक प्रकार से स्पेशल गेस्ट का दर्जा दिया जाएगा.
4- गणतंत्र दिवस के दिन भेजे जाने वाले निमंत्रण पत्रों में भी साथ बीज भेजें जाएंगे. बताया जा रहा है कि कार्ड के साथ में अश्वगंधा और एलोवेरा जैसे औषधीय पौधों के बीज भेजे जाएंगे ताकि लोग कार्ड को बाहर नहीं फेंक कर उसके पौधे लगाएं.
5- इस वर्ष शहीदों को शत शत नमन कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा जिसमें 5000 शहीद परिवारों को उस समय राष्ट्रीय कैडेट कॉर्प्स सदस्यों द्वारा देशभर में आभार की पट्टीका भेंट की जाएगी.
6- इसके अलावा गणतंत्र दिवस के दिन बीटिंग रिट्रीट कार्यक्रम भी आयोजित किया जाएगा, जिस दौरान 1000 ड्रोन उड़ायें जाएंगे. चीन, रूस और ब्रिटेन के बाद भारत चौथा ऐसा देश होगा जहां ड्रोन शो होगा.
इनके अलावा भी कई महत्वपूर्ण बदलाव इस वर्ष देखे जाएंगे जैसे कला कुंभ के जरिए बड़े-बड़े स्क्रॉल तैयार करना और स्वतंत्रता आंदोलन के गुमनाम चेहरों को सभी के सामने पेश करना.