MBBS कर रही हरियाणा की लड़की ने यूक्रेन छोड़ने से किया इनकार, कहा बच्चों को छोड़कर नहीं जाऊंगी

यूक्रेन संकट से दुनिया भर में चिंता का माहौल बना हुआ है. भारत से भी हजारों विद्यार्थी मेडिकल की पढ़ाई करने के लिए यूक्रेन हर साल जाते हैं. इस संकट की घड़ी में सभी विद्यार्थियों को वापस लाने के हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं.

लेकिन इसी बीच एक ऐसी जुनूनी लड़की का बयान वायरल हो रहा है जिसने इस संकट की घड़ी में यूक्रेन छोड़ने से इनकार कर दिया. वह भी तब जब उसे अपने देश वापस आने का और सुकून से रहने का एक मौका मिला.

इतना बड़ा कदम उठाने का जज्बा हर किसी में नहीं होता लेकिन यह गर्व का काम किया है. हरियाणा के चरखी दादरी की रहने वाली 18 वर्षीय नेहा सांगवान ने.

नेहा पिछले साल ही यूक्रेन अपनी एमबीबीएस की पढ़ाई करने के लिए गई थी. जहां हॉस्टल में जगह नहीं मिल पाने के कारण वह कि उनके एक कंस्ट्रक्शन इंजीनियर के घर पर बनाई पीजी में रहने लगी थी.

नेहा के अनुसार इस मुश्किल घड़ी में उसका वहां रहना ज्यादा आवश्यक है क्योंकि मकान मालकिन के पति ने यूक्रेन की आर्मी जॉइन कर ली है और वहां अब मकान मालकिन और उनके तीन मासूम बच्चे हैं. इन दिनों वह बंकर में रहकर इस संकट का सामना कर रही है.

बताया जा रहा है कि नेहा को उसकी टीचर मां ने लाख समझाया लेकिन फिर भी वह नहीं मानी. नेहा के पिताजी भी भारतीय सेना में जवान थे जिनका कुछ ही समय पहले निधन हो गया था. नेहा ने अपनी मां से कह दिया कि वह जिंदा रहे या ना रहे लेकिन वह ऐसे मुश्किल हालात में उन छोटे बच्चों को छोड़कर नहीं आएगी.

नेहा के इस जज्बे की कहानी को उनकी मां की करीबी दोस्त सविता जाखड़ ने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया जिसके बाद उसे देश समेत दुनिया भर से सराहना मिल रही है.