राजस्थान के नागौर जिले के गोटन कस्बे में बीते कुछ 15-20 दिनों पहले एक सरकारी शिक्षिका के घर से 42 लाख रुपए और 99 तोला सोना चोरी होने का मामला सामने आया था. जानकारी के मुताबिक शाम के कुछ 6:00 बजे जब वह और उनकी बेटी बाहर वॉक कर रहे थे तब उनके घर से लगभग एक करोड़ कीमत की चोरी हो गई.
महिला शिक्षिका का बेटा और बहू उस समय SI की परीक्षा देने गए हुए थे. जानकारी के मुताबिक महिला कांता फड़ौदा और उनके पति दोनों ही शिक्षक थे लेकिन कुछ महीने पहले कोरोना का हाल में उनके पति का देहांत हो गया था. उसके बाद उनके परिवार में उनकी बेटी, बेटा और उनकी बहू ही थी. लेकिन इतने छोटे से कस्बे में दिनदहाड़े हुई इतनी बड़ी चोरी से हर कोई आश्चर्य में पड़ गया!
पुलिस मामले की लगातार जांच करती रही लेकिन उनके सामने कोई दोषी नहीं पाया गया, उसके बाद पुलिस ने घर के सदस्यों की जांच पड़ताल शुरू की. तब भी कुछ खास सामने नहीं आया, लेकिन जांच पड़ताल में ही शिक्षिका की बेटी के प्रेमी का नाम सामने आया जो चोरी के बाद लगातार छिपता फिर रहा था.
पुलिस को जब उस पर शक हुआ तो उन्होंने पूछताछ करने की कोशिश की लेकिन वह लगातार अपनी सिम और फोन बदल रहा था. उसके बाद आखिरकार मोबाइल लोकेशन के जरिए ही शक के दायरे में आए सुनील को गिरफ्तार किया गया. जब उसे पकड़ कर गोटन पुलिस स्टेशन लेकर आया गया तब उसके पास नकद 38 लाख रुपए और 99 तोला सोना बरामद किया गया.
उससे उससे जब पूछताछ की गई तो सुनील ने खुलासा किया कि यह चोरी उसने अकेले ने नहीं की बल्कि उसकी प्रेमिका यानी श्रीमती कांता देवी की बेटी नहीं उनको यह सब दिया है. उसके बाद मंगलवार सुबह 5:00 बजे शिक्षिका की बेटी हिमानी फड़ौदा को उसके घर से गिरफ्तार कर लिया गया, लेकिन फिर भी उसने पुलिस के सामने कुछ नहीं कबूला. जो पुलिस ने उसके प्रेमी को उसके सामने पेश किया तब उसने सारी साजिश बताइए.
पहले ही घर बुलाकर दे दिया था सारा सामान–
आरोपी हिमानी ने बताया कि जब उसके भाई और भाभी परीक्षा देने चले गए थे और उसकी मम्मी स्कूल चली गई तो उसने सुनील को फोन करके बुला लिया था और उसने घर की सारी तिजोरी खाली करके उसके बैग में डाल दी.
दोनों शादी करना चाहते थे लेकिन परिवार नहीं था राजी–
सुनील हिमानी ने अपने बयान में बताया कि वह लंबे समय से एक दूसरे के साथ हैं तथा वह एक दूसरे से शादी करना चाहते थे, लेकिन उनके परिवार वाले इस बात के लिए नहीं मान रहे थे. क्योंकि सुनील की मम्मी का ननिहाल का गोत्र और लड़की का गोत्र एक था, जिसके चलते वह कोई बात समझने को तैयार नहीं थे. दोनों ने अपने परिवार को कई बार समझाने की कोशिश की बावजूद इसके कोई भी उनकी बात नहीं सुन रहा था. उसके बाद दोनों ने घर से भागने का निश्चय किया लेकिन अपने भविष्य के लिए उन्होंने इस चोरी को अंजाम दिया.
लड़की ने पुलिस को गुमराह करने की थी कोशिश–
उन्हें भय था कि सीधा ही चोरी का इल्जाम उनके सर आ जाएगा और वह पकड़े जाएंगे इसलिए उन्होंने चोरी तो सुबह ही कर ली और वापस अलमारियों के दरवाजे दे दिए, जब उसकी मम्मी घर लौट के आई तो उनको सब सामान्य ही लगा, हिमानी शाम के समय उनको बाहर ले कर चली गई, और उसे कहा कि आज वो लंबे समय तक वॉक करेंगे.
उसकी मम्मी उसके साथ चल पड़ी क्योंकि उनको सारी घटना की जानकारी नहीं थी, बीच में हिमानी पानी पीने का बहाना करके घर में आयी और उसने घर का सारा सामान बिखेर दिया साथ ही अलमारियों के दरवाजे भी खोल दिए. कुछ देर बाद जब वह अपनी मम्मी के साथ वापस घर लौट कर आई तो उसकी मां ने देखा कि घर में चोरी हो गई है, उन्होंने अपना सामान टटोला तो वहां सब कुछ चोरी हो चुका था.
घटना से बौखलाई शिक्षिका ने हाथों-हाथ पुलिस को फोन किया तथा लगातार कार्रवाई की मांग करती रही. मौका स्थल पर काफी भीड़ इकट्ठा रही तथा शक के दायरे में कई लोगों को लिया गया लेकिन लंबी कार्रवाई के बाद उनकी खुद की बेटी ही दोषी पाई गई. हालांकि उन्हें सारा सामान बरामद हो चुका है लेकिन उनकी बेटी और उसका प्रेमी अभी हिरासत में है. संपूर्ण इस साजिश भरी चोरी से कस्बा एक बार फिर बौखला चुका है आखिर ऐसा कैसे संभव है?