पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने हाल ही में अपने देश में औद्योगीकरण से संबंधित एक सभा को संबोधित करते हुए हिंदुस्तान की तारीफ की है. प्रधानमंत्री इमरान खान उस समय पाकिस्तान-चाइना इन्वेस्टमेंट को लेकर एक फॉर्म को संबोधित कर रहे थे.
दरअसल पाकिस्तान चाइना के साथ मिलकर अपना औद्योगिक क्षेत्र बढ़ाने की योजना बना रहा है, इसी के चलते इस मीटिंग का आयोजन किया गया था. इमरान खान ने अपने भाषण में कई देशों की तारीफ की, जिसमें भारत का आईटी क्षेत्र, चाइना का एक्सपोर्ट और तुर्की की नीतियां शामिल थी.
इमरान खान ने कहा कि पाकिस्तान में औद्योगिकरण के हालात बेहद बुरे हैं. देश में आयात निर्यात से होने वाले लाभ का मार्जिन भी बेहद कम है, इमरान खान ने कहा कि अगर सब्जियों और फलों को छोड़ दिया जाए तो पाकिस्तान से दूसरी कोई भी चीज बाहर नहीं जाती है.
पाकिस्तान के पास जनसंख्या की कमी नहीं है, और यहां लोगों को काम की जरूरत भी है. लेकिन औद्योगिकरण का प्रचार प्रसार ना होने के कारण यूथ को बेरोजगार बैठा रहना पड़ रहा है. इसी वजह से हम आज अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पिछड़ रहे हैं और हमारे देश की अर्थव्यवस्था लगातार गिर रही है.
उनका कहना है कि 60 के दशक में पाकिस्तान में औद्योगिकरण की शुरुआत हुई थी लेकिन 70 के दशक में आते आते ही यह पूरी तरह से चौपट हो गई. यह बेहद तकलीफ देह है और इसी वजह से हमारे मुल्क की दौलत नहीं बढ़ रही.
- ये भी पढ़ें- SI पिता करते हैं DSP बेटी को सैल्यूट, एक ही थाने में तैनात, घर पर लाडली बनाती है पापा के लिए खाना
- ये भी पढ़ें- Alexa की इस गलती के कारण Amazon को मांगनी पड़ी माफी, छोटी बच्ची को दिया जानलेवा चैलेंज
- ये भी पढ़ें- सुकेश चंद्रशेखर के 200 करोड़ रुपए की मनी लॉन्ड्रिंग केस में, नोरा फतेही बनेंगे सरकारी गवाह?
उन्होंने कहा कि पिछले कुछ ही सालों में हिंदुस्तान ने जिस तरह अपने आईटी क्षेत्र को बढ़ाया है, और लोगों के लिए रोजगार के नए नए अवसर उपलब्ध करवाए हैं वह बेहद तारीफे काबिल है. आईटी क्षेत्र के विकास से देश में तकनीकी सुविधाओं का विकास हो रहा है और नई नई विदेशी कंपनियां यहां इन्वेस्ट करने के लिए राजी हो रही है.