पाइप से पानी की जगह बहने लगा सोना और कैश: छापेमारी के बाद पाइप में छुपाया गया माल..

आयकर विभाग आए दिन कई बड़ी हस्तियों के घर छापे मारती है जहां उन्हें ढेरों माल बरामद होते हैं. आयकर विभाग का जहां छापा पड़ता है वहां पर धन दौलत की बरसात होने शुरू हो जाती है. ऐसे ही धन की बरसात कर्नाटक पीडब्ल्यूडी इंजीनियर के घर भी हुई है, जिसमें अपना काला पैसा एक पाइप में छुपा दिया था.

लेकिन पीडब्ल्यूडी इंजीनियर की चाल नाकाम रही और आयकर विभाग ने उसका छुपाया हुआ माल पकड़ लिया. छापेमारी के दौरान से निकाले गए माल का वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ है, जिस पर लोग अपनी तरह तरह की प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं वहीं कुछ लोग पीडब्ल्यूडी इंजीनियर के दिमाग पर आश्चर्य कर रहे हैं.

क्या है “पाइप धन वर्षा” की पूरी कहानी?-जानकारी के अनुसार कुछ दिन पहले कर्नाटक एंटी करप्शन ब्यूरो यानी ACB को जानकारी मिली थी कि पीडब्ल्यूडी इंजीनियर “जेई शांतागौड़ा बिरादर” के घर बड़ी मात्रा में काला धन छुपाया हुआ है. जानकारी के पश्चात कर्नाटक एंटी करप्शन ब्यूरो ने शांतागौड़ा बिरादर के घर छापेमारी का निश्चय किया. एंटी करप्शन ब्यूरो का दस्ता लगभग 9:00 बजे पीडब्लूडी इंजीनियर के घर के बाहर जा खड़ा हुआ.

एक अधिकारी ने उनके घर की घंटी बार-बार बजाई लेकिन किसी ने भी दरवाजा नहीं खोला. तकरीबन 10 से 15 मिनट बाद एक सदस्य दरवाजा खोलने आया. दरवाजा खोलने में हुई देरी के बाद एंटी करप्शन ब्यूरो दस्ते को पीडब्ल्यूडी इंजीनियर पर शक गहरा हो गया. उन्हें इस बात का अंदाजा लग गया कि शायद परिवार जनों को छापेमारी की जानकारी लग गई है इसलिए उन्होंने धन छुपाने का जुगाड़ कर लिया है.

जब ली गई इंजीनियर के पूरे घर की तलाशी :– एंटी करप्शन ब्यूरो के दस्ते ने घर का चप्पा चप्पा छान मारा लेकिन उनके हाथ कुछ भी नहीं लगा. जिसके बाद उन्होंने घर की दीवारों और फर्श पर भी जांच पड़ताल शुरू की. एंटी करप्शन ब्यूरो जब दीवारों की तलाशी ले रहा था तभी उन्हें पास लगे पाइप में कुछ अजीब लगा. इसलिए उन्होंने पाइप की तलाशी लेने का भी निश्चित किया. एक प्लंबर को बुलाया गया और प्लंबर ने पाइप काटा.

पाइप काटते ही उसमें से धन की वर्षा होने लगी. पाइप से धड़ाधड़ पैसे और सोने के जेवरात निकलने लगे. एंटी करप्शन ब्यूरो के दस्ते ने नोटों की सभी गड्डीयां इकट्ठी कर ली. इसके अलावा इंजीनियर के घर की छत से भी 6 लाख रुपए बरामद किए गए. पाइप से कुल 14 लाख रुपए बरामद हुए. इसके अलावा कई तोला सोना भी बरामद हुआ. बरहाल बरामद हुई सभी वस्तुओं को इकट्ठा कर लिया गया है और जूनियर इंजीनियर पर कारवाही चालू है.

जानकारी के लिए बता दें कि जूनियर इंजीनियर शांतागौड़ा बिरादर कुलबरगी में रहते हैं और वर्तमान में वह पीडब्ल्यूडी में जेवरगी सब डिवीजन में कार्यरत हैं. जिनके खिलाफ एंटी करप्शन ब्यूरो के पास सूचना आई थी कि इंजीनियर कई वर्षों से आय से अधिक पैसे जुटा रहा है. उन पर कई वर्षों से घूस लेने और आय से अधिक पैसे कमाने का आरोप है. फिलहाल मामले की जांच चालू है, और जांच ब्यूरो अपनी कार्रवाई कर रहा है.