गत 16 सितंबर 2021 को राजस्थान के हनुमानगढ़ की पीलीबंगा से एक 60 वर्षीय विधवा महिला के बलात्कार एवं हत्या का मामला सामने आया था. घटना की शिकायत लेकर पीड़ित महिला का देवर पीलीबंगा पुलिस स्टेशन पहुंचा था.
जहां उसने अज्ञात व्यक्ति पर अपनी भाभी के बलात्कार एवं हत्या का केस दर्ज करवाया था. महज कुछ ही घंटों की जांच पड़ताल के पश्चात पुलिस ने इस घटना के आरोपी को गिरफ्तार कर लिया. पीलीबंगा पुलिस प्रशासन ने इस मामले के लिए सुरेंद्र नाम के एक 19 वर्षीय युवक को गिरफ्तार किया था.
जो उम्र में उस महिला के बेटे से भी छोटा था. गिरफ्तार कर पुलिस ने सुरेंद्र पर कार्यवाही चालू की थी और महज 7 दिन की जांच पड़ताल के पश्चात ही उस पर आरोप सिद्ध हो गया था.
जानकारी के अनुसार इस आरोपी ने 60 वर्षीय विधवा महिला का पहले तो घर में घुसकर बलात्कार किया जिसके पश्चात उसने गला घोटकर महिला की हत्या कर दी. उस वक्त यह शराब के नशे में टल्ली था.
घटना को अंजाम देने के पश्चात वह मौके से फरार हो गया था. सुरेंद्र के ही अपराध सिद्ध होने के पश्चात पुलिस ने हाथों-हाथ उसे कोर्ट में पेश किया. जहां सभी गवाह और सबूत एकतरफा सुरेंद्र के खिलाफ बयान दे रहे थे, इसलिए उसके बचकर निकलने का कोई सवाल पैदा होता था.
इस युवक के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के बाद मात्र 66 दिन में कोर्ट ने दोषी की सजा मुकर्रर कर दी. कोर्ट ने यह फैसला सुनाया कि ऐसे लोग समाज के लिए एक अभिशाप है,और यह सभ्य समाज के लिए एक खतरे की घंटी है.
यह समाज का संतुलन बिगड़ते हैं क्योंकि लोगों को अब उम्र का लिहाज नहीं रह गया है, इसलिए वह अपराध करने से पहले जरा भी नहीं सोचते.
कोर्ट ने अपने फैसले में आगे कहा कि ऐसी आपराधिक मानसिकता वाले अपराधियों को फांसी से कम कुछ नहीं दिया जा सकता इसलिए इस आरोपी को फांसी मुकर्रर की जाती है.