अक्सर कहा जाता है की प्रेम और जंग में सब कुछ जायज है लेकिन कुछ लोग इस बात को अपने ऊपर इतना हावी कर लेते हैं कि दूसरे की जान लेने से भी नहीं चूकते. एक ऐसा ही अनोखा और हैरतअंगेज मामला राजस्थान से सामने आया है जिसमें प्रेमिका ने अपनी सास की जान ले ली.
क्या है पूरा मामला, यहां पढ़े-
मामला राजस्थान के झुंझुनू जिले के सागवा गांव का है. यहां रहने वाले राजेश जांगिड़ ने अपने फौजी बेटे सचिन की शादी कुछ समय पहले अल्पना नामक युवती से की थी. राजेश जांगिड़ और उनका बेटा सचिन दोनों ही अपनी ड्यूटी के चलते राजस्थान से बाहर रह रहे थे. घर पर उनकी बहू अल्पना और राजेश की पत्नी सुबोध देवी ही रह रहे थे.
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2 जून 2019 की रात सुबोध देवी सामान्य तरीके से सो गई लेकिन सुबह दोपहर तक नहीं उठी जिसके बाद उनकी बहू अल्पना ने उन्हें बार-बार उठाने की कोशिश की लेकिन बाद में देखा की सुबोध देवी मर चुकी है. बहु अल्पना ने पड़ोसियों को बुलाया जिसके बाद उन्होंने भी पाया कि सुबोध देवी अब इस दुनिया में नहीं रही.
लोगों ने जब कमरे में इधर-उधर देखा तो किसी व्यक्ति की नजर गई कि कमरे में कोने में एक सांप कुंडली लगाए बैठा है. लोगों ने अंदाजा लगाया कि हो ना हो सुबोध देवी को सांप ने काट लिया है. मौके पर पुलिस पहुंची और पुलिस को भी यही लगा. उनके फौजी बेटे और पति को इसकी सूचना दी गई दोनों के पहुंचने के बाद सुबोध देवी का अंतिम संस्कार किया गया.
क्या था असली मामला?-
लेकिन मामला यहीं नहीं खत्म होता है, सुबोध देवी की मौत एक महीने बाद अल्पना के ससुर राजेश ने अपनी बहू को किसी से फोन पर बात करते हुए देखा. राजेश की बहू कह रही थी की अभी तक पूरा मामला शांत नहीं हुआ है, हम कहीं पकड़े तो नहीं जाएंगे? राजेश को अपनी बहू पर शक हुआ और उन्होंने बहु अल्पना की शिकायत पुलिस में की.
पुलिस जिसने की सुबोध देवी की फाइल बंद कर दी थी एक बार फिर उन्होंने छानबीन शुरू की. अल्पना से जब इस बारे में पूछताछ की गई तो उसने कुछ भी नहीं बताया. जिसके बाद पुलिस ने अल्पना की कॉल डिटेल्स निकलवाई और कॉल डिटेल्स में पुलिस ने पाया की अल्पना का प्रेम संबंध किसी “मनीष मीणा” नाम के एक युवक से चल रहा था.
मनीष का अल्पना अक्सर आना-जाना होता था और सुबोध देवी को जब इस बारे में पता चला तो उन्होंने अपनी बहू को रोकने की कोशिश की. इसके चलते दोनों सास- बहू के बीच में कई बार लड़ाई झगड़े हुए थे. आगे छानबीन करने पर पुलिस ने पाया कि सुबोध देवी की मौत के दिन यानी कि 2 जून को अल्पना ने मनीष से 1 दिन में कुल 124 बार बात की थी. इसके अलावा मनीष के दोस्त कृष्णा से भी अल्पना ने 19 बार बात की थी.
यानी इतना तो स्पष्ट हो चुका था सुबोध देवी की मौत कोई हादसा नहीं बल्कि एक मर्डर था. पुलिस ने जब तीनों को हिरासत में लिया तो कुछ समय तक तो किसी ने कुछ नहीं कबूला लेकिन बाद में मनीष ने बताया कि वह शाम उसने एक सपेरे से ₹10000 में खरीदा था. मनीष ने वह सांप अल्पना के कहने से उसकी सास को मारने के लिए खरीदा था.
सभी कामों में मनीष का साथ उसके दोस्त कृष्णा ने दिया था. अल्पना की सास को उन दोनों के बारे में जानकारी हो गई थी जिसके बाद उन्होंने अल्पना को धमकी दी कि वह अपने बेटे सचिन को सब बता देगी. इसलिए उन्होंने सुबोध देवी को मारने की योजना बनाई.
अल्पना ने पहले अपनी सास को बनाना शेक में नींद की गोलियां डालकर सुला दिया. बाद में उनके मुंह पर तकिया दबाकर उनको मार डाला और फिर सांप छोड़ दिया ताकि किसी को भी उन पर शक ना हो और सभी को ऐसा ही लगे कि सांप के डसने से ही सुबोध देवी की मौत हुई है.
अल्पना और मनीष की इस घिनौनी हरकत के बाद गांव वालों ने भी उन्हें हिरासत से ना छोड़ने की अपील की है. जब तीनों अपना केस हाई कोर्ट लेकर गए तो हाईकोर्ट से भी इन्हें कोई राहत नहीं दी गई. और तो और सुप्रीम कोर्ट ने भी तीनों की जमानत खारिज कर दी है और उम्र कैद की सजा सुनाई है.