सिद्धू मूसेवाला: लगातार मिल रही थी जान से मारने की ध’मकियां तो फिर क्यों हटाई सुरक्षा?

नौजवान पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला जो लाखों दिलों में बसा करते थे उन्हें बड़ी ही बेरहमी से दिनदहाड़े रविवार 29 मई को जान से मार दिया गया. सिद्धू मूसेवाला पर कई बार गोलियों से वार किया गया जिस के उपरांत वह बेहद घायल हो गए और कुछ ही समय बाद उन्होंने दम तोड़ दिया.

इसके साथ ही उनके दो साथी भी बुरी तरह से घायल हुए हैं और उनकी गाड़ी को भी गोलियों से छलनी कर दिया गया. दिनदहाड़े sidhu-moose-wala के म’र्डर ने प्रशासन व्यवस्था पर कई प्रकार के सवाल खड़े कर दिए हैं और कई लोग इसे सियासी दांवपेच भी बता रहे हैं!

हालांकि कई लोग इसे गैंगवार भी बता रहे हैं और ऐसा कह रहे हैं कि कुछ गुंडों ने इस प्लान को अंजाम दिया है. ऐसा उन्होंने तब किया जब सिद्धू मूसेवाला की सुरक्षा में कमी आ गई. दरअसल शनिवार 28 मई तक मूसेवाला को विशेष सुरक्षा प्राप्त की थी और उनके साथ तकरीबन 10 सुरक्षाकर्मी थे.

लेकिन मौजूदा भगवंत मान सरकार ने सुरक्षा को कम कर दिया और उन्हें केवल दो ही सुरक्षाकर्मी मुहैया करवाए गए. जिसे मूसेवाला की मौत का जिम्मेदार बताया जा रहा है! क्योंकि पहले भी सुरक्षा प्राप्त लोगों को की सुरक्षा कम करने का प्रावधान है लेकिन ऐसा पहली बार हुआ जब सरकार ने सार्वजनिक तौर पर इस बात का ऐलान किया कि किस किस व्यक्ति की सुरक्षा कम की गई है?

पहले के हिसाब से जिस व्यक्ति की सुरक्षा कम की जाती थी उसे खुद ही बताया जाता था और यह बात लोगों के सामने नहीं कही जाती थी. लेकिन इस बार सरकार ने एक लिस्ट जारी की जिसमें 130 नंबर पर सिद्धू मूसेवाले का नाम भी था. ऐसे में सरकार ने खुद इस मुद्दे को सार्वजनिक करके उन लोगों को मौका दे दिया जो सिधु मुसेवाला की जान के पीछे हाथ धोकर पड़े हुए थे?

आपको बता दें कि सिद्दू मूसेवाला ने खुद अपने इंटरव्यू में इस बात को स्वीकार किया था कि उन्हें कई बार जान से मा’रने की धम’की दी गई है. इसके अलावा उन्होंने यह भी कहा है कि उन्हें एक बार बम से उड़ाने की कोशिश भी की गई थी. उन्हें कई बार ऐसी ध’मकियां मिली थी इसी के चलते वह अपने साथ हथि’यार भी रखा करते थे.