देश में जहां बिजली और पानी की जबरदस्त किल्लत चल रही है और बेरोजगारी और महंगाई आसमान छू रही है वही हमारे नेता धर्म की राजनीति से ऊपर नहीं उठ पा रहे.
महंगाई और बेरोजगारी बढ़ चुकी है कि आम आदमी सब्जी लेने से भी कतरा में लगा है वही राजनीतिक दलों के नेता हनुमान चालीसा और लाउडस्पीकर को लेकर जमकर बयानबाजी कर रहे हैं. यह वि’वाद थमने का नाम नहीं ले रहे और इस विषय में अब सोनू सूद ने भी अपना बयान जारी किया है.
सोनू सूद ने इस मुद्दे पर खुलकर बात की और कहा कि जब कोरोना मा’हमारी के दौरान लोगों को ऑक्सीजन की जरूरत थी तब ना तो किसी ने किसी का धर्म देखा और ना किसी की जाति पूछी.
उन्होंने पुणे के JITO कनेक्ट 2022 समिट में इस विषय पर बात करते हुए इसे काफी दुखदाई बताया. सोनू सूद ने कहा कि हमें मिलकर काम करने की जरूरत है. सोनू सूद ने यह भी कहा कि लोगों को कोरोना काल कभी नहीं भूलना चाहिए. लोग जिस तरह हनुमान चालीसा और लाउडस्पीकर को लेकर ज’हर उगल रहे हैं उसे देखकर उनका दिल टूट रहा है.
अभिनेता ने आगे कहा कि हम पिछले ढाई साल से कोरोना की लड़ाई लड़ रहे हैं और अभी भी जारी है ऐसे में हमें मिलकर काम करने की आवश्यकता है. करुणा की पहली और दूसरी लहर के दौरान जब लोगों को ऑक्सीजन की जरूरत थी तब किसी ने ना तो धर्म की चिंता की और ना किसी की जाति पूछी.
आज जोर-जोर से विवाद करने वाले लोग उस समय गाय’ब थे. सोनू सूद ने कहा कि मैं सभी राजनीतिक पार्टियों से अपील करता हूं कि वे देश के लिए एक साथ आए. हमें देश की बेहतरी के लिए धर्म और जातियों की सीमाओं को तोड़ना होगा. हमें धर्म और जाति से ऊपर उठकर मानवता के लिए साथ आना होगा.