देश में लगातार बढ़ रही महंगाई से आम जनता बेहद परेशान हैं. पेट्रोल-डीजल पर चल रही महंगाई के बाद सरकार ने गैस सिलेंडर और खाद्य तेल के भाव में भी अचानक बेहद बढ़ोतरी कर दी थी. आम जनता खून के आंसू रोने लगी थी जब सरसों का तेल 200 पार पहुंच गया था. ऐसे में चारों तरफ मांग की जा रही है कि महंगाई कम की जाए. लेकिन मित्रों महंगाई कम होने का नाम नहीं ले रही है, जैसा कि हम जानते हैं देश के विभिन्न स्थानों पर आलू, प्याज और टमाटर के भाव लगातार बढ़ रहे.
जिसमें मुख्य रुप से टमाटर के भाव शतक लगा चुके हैं, यानी कि देश के ज्यादातर इलाकों में टमाटर ₹100 से ऊपर बिक रहे हैं. वही देश के कुछ शहरों में टमाटर के भाव ₹160 किलो से ऊपर पहुंच गए हैं. आम जनता टमाटर लेने से कतरा ने लगी है. सब्जी मंडी में एक व्यक्ति से हुई बातचीत में उसने कहा की “मैं एक दिहाड़ी मजदूर हूँ.
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मैं रोज के ₹400 कमाता हूँ, लेकिन मेरे पास पूरे महीने काम नहीं होता इसलिए मैं अपनी कमाई में से कुछ पैसे बचाना चाहता हूँ. ऐसे में आलू प्याज टमाटर और दाल खाकर ही हम अपना गुजारा करते हैं, अब अगर मैं 150 रुपए के टमाटर खरीद लूंगा तो मेरा क्या होगा”? मित्रों देश में लगातार बढ़ रही महंगाई ने आम जनता की बुरी तरह से कमर तोड़ दी है.
राजधानी दिल्ली समेत कई बड़े शहरों में टमाटर के भाव लगातार बढ़ रहे हैं. कहा जा रहा है कि इस माह के अंत तक भी टमाटर के भाव में राहत मिलने का सवाल पैदा नहीं होता. हताश परेशान आम जनता जहां एक तरफ सरकार से निवेदन कर रही है कि उन्हें मूलभूत सुविधाओं में राहत प्रदान करें, वही सरकार है कि उनके कानों पर जूं नहीं रेंग रही.
वहीं दिल्ली की अरविंद का कहना है कि जल्दी ही टमाटर के भाव में कमी लाने की कोशिश कर रहे हैं. केजरीवाल सरकार की खाद्य एवं आपूर्ति विभाग बाजार में उतरने के लिए तैयार हैं. विभाग के कई सदस्य बाजार में उतरकर जमाखोरी और कालाबाजारी पर लगाम लगाने के लिए तैयारी कर रहे हैं. इसलिए दिसंबर को टमाटर सहित आलू-प्याज के भाव में राहत मिलने की संभावना है.
क्या टमाटर की महंगाई पेट्रोल-डीजल से लेना-देना है?
वास्तव में धूएं की वजह से इस साल लोकल किसानों के टमाटर की फसल खराब हो चुकी है. वर्तमान में देश भर में टमाटर ज्यादातर हिमाचल प्रदेश और नासिक से पहुंच रहे हैं. इतनी लंबी दूरी से मंडियों में टमाटर पहुंचाने के लिए बड़ी-बड़ी गाड़ियों का सहारा लिया जा रहा है.
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लेकिन देशभर में पेट्रोल डीजल की बढ़ी हुई कीमतों ने माल को एक जगह से दूसरी जगह पहुंचाने को बेहद महंगा कर दिया है. इसी कारण टमाटर के भाव अपने मूल भाव से ऊपर चले गए हैं. हालांकि कुछ दिनों पहले सरकार ने पेट्रोल डीजल के भाव में मामूली गिरावट की थी, लेकिन यह गिरावट तो वही बात है कि ₹40 चोरी किए और ₹4 लौटा दिए.
जनता इसलिए भी परेशान है क्योंकि केंद्र में नरेंद्र मोदी सरकार बनने से पहले जनता को उम्मीद थी कि देश में चारों तरफ और महंगाई की त्रासदी खत्म हो जाएगी. लेकिन इसके विपरीत मूलभूत सुविधाओं में महंगाई की मार बेहद बढ़ गई है जिसने आम आदमी की कमर तोड़ दी है.