चाहे आप फिल्मों के शौकीन हो या ना हो लेकिन आपने कभी ना कभी तो बॉलीवुड की बहुचर्चित फिल्म वीर जारा का नाम सुना ही होगा. यह फिल्म नवंबर 2004 में भारतीय सिनेमा पर रिलीज हुई थी जिसके बाद से अब तक इसकी पॉपुलरटी का कोई पैमाना नहीं है.
इस कहानी में भारत का वीर अर्थात शाहरुख खान मुसीबत के समय में पाकिस्तानी लड़की जारा यानी कि प्रीति जिंटा की जान बचाता है जिसके पश्चात दोनों में प्यार हो जाता है. आगे यह बेहद मार्मिक शब्दों में पूरी कहानी को बयां करता है.
यह फिर भले ही कितनी ही अच्छी क्यों ना हो लेकिन सच्चाई तो यही है कि यह कोई असल कहानी नहीं है लेकिन इन दिनों मुसीबत के समय यूक्रेन में कुछ ऐसा हुआ कि इस फिल्म की कहानी थोड़ी सच होती हुई प्रतीत हुई. इसी वजह से इस घ’टना को लोग इन दिनों यूक्रेन के वीर ज़ारा की कहानी बता रहे हैं.
जहां एक तरफ भारत में हर कोई पाकिस्तान से अपने दुश्मनी की बात करता रहता है वहीं इस युवक ने कुछ ऐसा उदाहरण पेश किया है कि लोगों की दिल की नफरत थोड़ी कम हो सकती है. इस युवक ने अपनी जान की परवाह किए बगैर पाकिस्तान निवासी मारिया की जान बचाई. आइए जानते हैं कैसे ?
रूस और यूक्रेन के बीच बिगड़े हालातों और युद्ध के बीच रूस ने सबसे पहले किव शहर पर अपना हमला बोला था. जिसके दौरान आसमान से बमबारी का ऐसा सिलसिला शुरू हुआ हजारों लोगों को निगल गया. ऐसे में वहां बचे हुए लोग बंकरो में पनाह लिए हुए थे. हजारों भारतीयों के साथ वहां बंकर में 80 पाकिस्तानी छात्र-छात्राएं भी मौजूद थी. यहीं पर भारतीय अंकित और पाकिस्तानी मारिया ने भी पनाह ले रखी थी.
आसपास के धमाकों से मारिया में डर बैठ गया था जिसके बाद अंकित ने लगातार उसका हौसला बढ़ाया. इसके बाद वह मारिया को बंद कर से अपने साथ बाहर लेकर गया और उसमें मारिया के घरवालों से बातचीत करके उनकी बेटी को सुरक्षित रखने का वादा भी किया. 28 फरवरी को अंकित मारिया को अपने साथ सुरक्षित स्थान पर ले कर गया और इसके साथ ही उसका सामान भी उठाया. तकरीबन 5 किलोमीटर तक अंकित और मारिया एक दूसरे के साथ पैदल चलें जिसके बाद कीव रेलवे स्टेशन पर दोनों ने ट्रेन पकड़ी.
भीड़ के बावजूद दोनों ट्रेन पकड़ने में सफल हुए और दोनों 1 मार्च को टरनोपिल स्टेशन पहुंचे. वहां जाकर दोनों को राहत की सांस आई क्योंकि इस स्थान से मारिया अब पाक दूतावास से संपर्क कर सकती थी. जिसके बाद उसने ऐसा किया और वह सुरक्षित हो सकी.पाक दूतावास ने भी अंकित की तारीफ की और लिखा कि एक भारतीय बच्चा हमारी बेटी को सुरक्षित लेकर आया उसका शुक्रिया और वह अब हमारा बेटा बन गया है.