नए साल पर नए साल से ज्यादा चर्चा बुली बाई एप्लीकेशन पर होने लग गई है, और देखते ही देखते यह मुद्दा विश्वव्यापी कॉन्ट्रोवर्सी बन चुका है. ट्विटर सहित पुरे सोशल मीडिया पर इससे जुड़ी कई खबरें प्रसारित हो रही है और लगातार इसमें नए-नए दो’षी पकड़े जा रहे हैं.
इसको लेकर महिलाओं में गहरा आक्रो’श है और विश्व में कई जगहों से उन्हें समर्थन मिल रहा है. इसके साथ ही कहीं हैश टैग भी ट्रेंड करने लगे हैं जैसे #बुल्ली डील्स, #सुली डील्स और #बुल्ली बाई. तो आइए जानते हैं आखिर यह माजरा क्या है?
दरअसल बुल्ली बाई एक मोबाइल एप्लीकेशन है जैसे फोन में दूसरे एप्लीकेशन व्हाट्सएप और इंस्टाग्राम आदि है. यह एप्लीकेशन दूसरों की तरह सामान्य ही गिटहब पर बनाया गया था. लेकिन वर्तमान में इसका खूब दुरुपयोग हो रहा है क्योंकि यह एप्लीकेशन मुस्लिम महिलाओं की ऑनलाइन बोली का दावा करता है.
जानकारी के अनुसार इसमें मुस्लिम महिलाओं की फोटो पोस्ट की जाती है जिसमें पैसे बता कर उनकी बोली लगाई जा रही है. यह एप्लीकेशन किसी मुस्लिम महिला सेलिब्रिटी, पत्रकार या किसी चर्चित की सोशल मीडिया से फोटो चुराता है और उसे ऐप में अपलोड कर देता हैं.
इसके अलावा वह उन पर अ’श्लील टिप्पणियां भी करते हैं. महिलाओं को लेकर इतनी खराब मानसिकता किसी भी प्रकार से ठीक नहीं कही जा सकती. इस एप्लीकेशन की शिकायत करते हुए सर्वप्रथम एक महिला ने ट्विटर पर उनकी तस्वीर के दुरुपयोग किए जाने का स्क्रीनशॉट पोस्ट करके सरकार से न्याय की गुजारिश की थी.
घटना की जानकारी लगते ही गिटहब ने भी इस एप्लीकेशन को ब्लॉक कर दिया है. अब तक इस मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है जिसमें एक 18 साल की लड़की भी शामिल है. इसके अलावा दो युवक मयंक रावल और विशाल कुमार झा भी मामले के आरोपी बताए जा रहे हैं.
मामले की बढ़ती कॉन्ट्रोवर्सी को देख कर सरकार ने भी मामले की निष्पक्ष जांच करने के निर्देश दे दिए हैं. ऐसा ही एक मामला पिछले साल भी सामने आया था जब सुल्ली डील्स नामक एक एप्लीकेशन पर भी ऐसे ही महिलाओं की बोली लगाने का दावा किया जाता था.