हर किसी को अपनी शादी में कुछ अलग अंदाज़ पेश करने का शौक होता है. हर कोई यही चाहता है कि उसकी शादी में कुछ खास हो कि लोग कभी ना कभी किसी बात पर शादी के उस प्रोग्राम को जरूर याद करें. इसके लिए दूल्हा-दुल्हन कोशिश करते हैं कि बहुत सुंदर से सुंदर कपड़े और बढ़िया से बढ़िया व्यवस्था कर सकें. कुछ स्पेशल कार्ड छपवाने की भी कोशिश करते हैं ताकि सुंदर कार्ड उनकी शादी की शोभा बढ़ा सके.
कार्ड सामान्यतया ऐसा होता है जिसमें सुंदर तस्वीरें छपी हुई होती है और घर परिवार के रिश्तेदारों के बारे में जानकारी दी हुई होती है. इसमें दूल्हा दुल्हन के नाम के अलावा अन्य रिश्तेदारों के नाम भी शामिल होते हैं और ऐसे कुछ खास मेहमानों के नाम भी होते हैं जिन्हें हम शादी में बुलाना चाहते हैं. लेकिन आज हम जिस श’ख्स के बारे में चर्चा करने जा रहे हैं उसने अपने कार्ड पर कुछ ऐसा लिखवा दिया कि पढ़ने वाला हर व्यक्ति दं’ग रह गया.
हरियाणा के भिवानी जिले के रहने वाले प्रदीप कालीरमन का 9 फरवरी को विवाह तय हुआ था. इस बारे में उन्होंने लगभग 1500 शादी के कार्ड छपाए. जिसमें उन्होंने लिखा “जं’ग अभी जारी है, एमएसपी की बारी है”. इसके अलावा प्रदीप ने अपनी शादी के कार्ड पर एक ट्रैक्टर और “नो फार्मर्स, नो फूड” को दर्शाने वाला साइन बोर्ड भी छपवाया.
क्यों छपवाया प्रदीप ने ऐसा कार्ड ?
कार्ड को देखने से स्पष्ट होता है कि प्रदीप किसानों का पुरजोर समर्थन करते हैं. प्रदीप किसान हितेषी लगते हैं और उनके दुखों को अच्छे से समझते हैं. पिछले साल का किसान आंदोलन जगजाहिर था जिसे बाद में किसान बिल वापस लेने के पश्चात रद्द कर दिया गया था. लेकिन यह बात भी सच है कि बिल तो रद्द हो गए लेकिन किसानों की न्यूनतम समर्थन मूल्य की अभी भी कोई गारंटी नहीं है.
किसान के हाल आज भी बेहाल है, ऊपर से यह मौसम की मार. जहां पूरे वर्ष सर्दी गर्मी बरसात और धूप छांव में कड़ी मेहनत करने के पश्चात भी इस बात की कोई गारंटी नहीं होती कि उन्हें उनकी मेहनत का बढ़िया फल मिलेगा. हरियाणा के प्रदीप कुमार इस बात से वाकिफ लगते हैं और वह सब समाज में एक जागरूकता पेश करने का प्रयास कर रहे हैं.