आज से लगभग 450 साल पहले यानी1550 के आसपास इंग्लैंड के तख्त पर एक रानी आसीन हुई. जिसका नाम था एलिज़ाबेथ-1 . एलिजाबेथ-1 के शासनकाल के दौरान ही अंग्रेज तरक्की करने लगे थे और यही वह समय था जब उन्होंने दुनिया भर में अपना वर्चस्व जमाना शुरू किया था. यूं तो यह रानी अपने कई कारनामों के लिए प्रसिद्ध है लेकिन जो इसका सबसे बड़ा प्रसिद्धि का कारण है वह है इसका मेकअप स्टाइल.
सोलवीं सदी में इंग्लैंड में स्नो वाइट मेकअप का प्रचलन चला था और इस प्रचलन की शुरुआत एलिजाबेथ 1 ने ही की थी. वास्तव में जब यह रानी छोटी थी तो ख’तरे की बीमारी की वजह से इसके चेहरे पर धब्बे पड़ गए थे और इसी कारण यह रानी अपने धब्बे छुपाने के लिए कुछ भी कर गुजरने को तैयार थी.
अपनी सुंदरता बढ़ाने के लिए और मेकअप करने के लिए रानी ने अपने पूरे चेहरे को ही सफेदी से पोथना शुरु कर दिया. यह अपने पूरे चेहरे को सफेद करके रखती थी. अपने मेकअप के लिए यह बेहद खतरनाक चीजों का उपयोग किया करती थी. वास्तव में यह रानी अपने चेहरे का मेकअप करने के लिए पारे और सीसे से बनी हुए चीजों का इस्तेमाल करती थी. लेकिन जो सबसे खतरनाक था वह यह कि अपने होठों को लाल दिखाने के लिए यह रानी सिनेबार के पाउडर का उपयोग करती थी, जो वास्तव में एक ज’हर है.
इस रानी ने अपनी सुंदरता दिखाने के लिए लंबे समय तक इन खत’रनाक चीजों का उपयोग किया था. उस समय यूरोप में ज्यादा नहाने का प्रचलन भी नहीं था इसलिए यह रानी ऐसे ज’हरीले मेकअप को हफ्तों तक अपने चेहरे पर लगाए रखती थी. लंबे समय तक अपने चेहरे पर लीपापोती के कारण रानी का चेहरा अब कई गुना बदसूरत हो चुका था. इसके अलावा उसकी तबीयत भी खराब होने लगी और उसका सर भी पूरा गंजा हो गया.
वर्षों तक शरीर में ज’हर प्रयोग लाने के कारण रानी डिप्रेशन में चली गई और बीमार रहने लगी. आखिरकार 1603 में इस रानी की मृत्यु हो गई लेकिन कहानी यहां खत्म नहीं हुई रानी की मृत्यु के कुछ समय बाद ही उसका ताबूत जोर से ब’म की तरह फटा.
इस पर रिसर्च करने पर पाया गया कि रानी ने वर्षों तक जो ज’हर अपने शरीर में ले लिया था मृत्यु के पश्चात वह शरीर में एक जगह इकट्ठा हुआ और फट गया. टी-शर्ट पड़ने पर यह भी पाया गया कि लंबे समय तक ऐसी ज’हरीली चीजों के उपयोग के कारण इस रानी को कैंसर हो गया था.