आज हम बात करने जा रहे हैं स्टार्टअप कंपनी Grammarly के बारे में जिसका सफर बेहद दिलचस्प है. अगर कुछ ही सालों पहले की बात करें तो इस कंपनी का कोई अस्तित्व नहीं था. इस कंपनी के दो को-फाउंडर मैक्स लिटविन और एलेक्स शेवचेन्को एक अंग्रेजी ट्यूशन टीचर की भांति काम करते थे.
हालांकि यह किसी को ट्यूशन नहीं पढ़ाते थे लेकिन दोनों ही साथ ही मिलकर अंग्रेजी भाषा की गलतियां सुधारा करते थे. कुछ समय तक यह काम करने के बाद उनके दिमाग में यह आईडिया आया कि क्यों ना इस काम को बड़े स्तर पर किया जाए और एक ऐसा एप्लीकेशन बनाया जाए जो दुनिया भर में अंग्रेजी भाषा की गलतियां सुधारता हो.
आखिरकार 2009 में 3 लोगों ने मिलकर इस स्टार्टअप को अंजाम दिया. आज तकरीबन 13 साल बाद उनकी मेहनत बेहद गहरा रंग लाई है. आज इस कंपनी के दोनों ही को फाउंडर बिलियनर्स की सूची में शामिल हो चुके हैं और दोनों की आय 2-2 बिलियन डॉलर से ज्यादा है. ब्लूमबर्ग बिलियनर्स इंडेक्स की सूची में इन दोनों ही मालिकों का नाम शामिल हो चुका है.
कभी तीन कर्मचारियों के सहयोग वाली इस कंपनी में वर्तमान में 600 से ज्यादा कर्मचारी है. रिपोर्ट के मुताबिक पिछले 2 साल में इस कंपनी ने 12 बिलीयन डॉलर तक की ग्रोथ कर ली है. खास बात यह भी है कि यह स्टार्टअप कंपनी 200 मिलियन डॉलर से ज्यादा फंड जुटाने में कामयाब रही है जो किसी भी स्टार्टअप कंपनी में सबसे ज्यादा है. पिछले साल के अंत तक इस कंपनी की कुल वैल्यू 13 बिलियन डॉलर हो पहुंची है.
क्या काम करती है Grammarly कंपनी ?
यह कंपनी दुनिया भर में अंग्रेजी लिखना और बिना त्रुटि के वाक्य बनाना सिखाती है. यह सभी स्पेलिंग्स को ठीक करती है इसके अलावा यह ग्रामर की हर गलती को पकड़ती है. इसके लिए उन्होंने लर्निंग मशीन की सहायता ली हुई है. यह कॉपी पेस्ट सेंटेंस को बिट्टू करती है और इसे डेक्सटॉप और स्मार्टफोन दोनों यूजर प्रयोग ला सकते हैं.
इस कंपनी में रोजाना तीन करोड़ से ज्यादा डेली एक्टिव यूजर्स मौजूद है. लगभग 5 लाख एप्लीकेशन की सहायता से यह कंपनी 14 ट्रिलियन शब्दों का विश्लेषण करती है.