ओड़िशा (Odisha) के एक गांव से अजीबो-गरीब मामला सामने आया जहां एक साँप और आदमी की आपसी लड़ाई में साँप की मौत हो गयी। कहते है लोहा लोहे को काटता है और ज़हर जहर को मारता है। यह घटना इन्हीं मुहावरों को दर्शाती है। यह खबर ओड़िशा के एक गांव की है जहाँ आदिवासी व्यक्ति का पैर एक जहरीले साँप पर पड़ गया।
साँप ने स्वाभाविक तौर पर उसे काट लिया और उस आदमी ने प्रतिशोध में उस सांप को काट दिया और तब तक काटा जब तक उस सांप की मौत नहीं हो गयी। यह घटना एक छोटे से गांव गमरी पाटिया की है।
यहाँ के एक निवासी ने सारी घटना को बताते हुए कहा कि वह बुधवार को खेत में अपना काम करके वापिस अपने घर लौट रहा था तभी गलती से उनका पैर ज़हरीले साँप पर पड़ गया। सांप ने अपनी आत्मरक्षा में किशोर के पैर पर काट लिया।
जब किशोर को जोर से दर्द हुआ तो उसने फ़ौरन टोर्च जला कर नीचे देखा तो साँप जा रहा था। गुस्से झनझनाहट में किशोर ने फ़ौरन सांप को हाथ में लिया और कई बार मुँह से काटा। किशोर बताते है कि उन्होंने सांप का सारा खून पी लिया और वह बिलकुल ठीक है।
सांप को मारने के बाद किशोर उस सांप का शव लेकर गांव गया। गाँव वालों ने किशोर को सलाह दी कि वह फौरन डॉक्टर को दिखाए। परन्तु किशोर डॉक्टर के पास जाने की बजाय गांव के ही किसी हकीम के पास गए।
अब तक किशोर को किसी प्रकार की कोई परेशानी नहीं हुई है। ग्रामीण इलाकों में खेतों में साँप और ऐसे ही कई जानवरों का डर बना रहता है। अगर किसी जहरीले साँप से आपका पाला पड़ भी जाए तो किशोर की तरह प्रतिक्रिया देना ठीक नहीं है।
क्योंकि हर किसी का शरीर अलग होता है और किस चीज का किस पर क्या असर हो यह कोई नहीं जानता। बेहतर है कि आप सावधान रहे और ऐसे मामलों से बचे रहे।