“गोल्ड मैन ऑफ इंडिया” के नाम से मशहूर भारतीय संगीत को डिस्को संगीत से रूबरू कराने वाले मशहूर संगीतकार बप्पी लहरी अब हमारे बीच नहीं रहे. हाल ही में 69 वर्ष की अवस्था में बप्पी लहरी ने नींद की बीमारी के चलते दुनिया से अलविदा कह दिया है.
बप्पी लहरी को उनके संगीत के अलावा दूसरी चीज जो सबसे खास बनाती थी वह था उनका सोना पहनने का स्टाइल. यह बात सभी जानते हैं कि वह भरपूर सोना पहना करते थे लेकिन क्यों?
इस बारे में बप्पी लहरी ने अपने एक इंटरव्यू में बताया था कि मेरे बारे में लोग ऐसा सोचते हैं कि मैं शो ऑफ करने की कोशिश करता हूं और दिखाना चाहता हूं कि सोना पहन कर मैं कितना अमीर हो चुका हूं! लेकिन इसमें शो ऑफ वाली कोई बात नहीं है.
उन्होंने आगे कहा कि सोना मेरे लिए लकी चार्म है और मैं इसे पहनकर काफी सौभाग्यशाली महसूस करता हूं. 1974 में मेरी मां ने मुझे एक सोने की चेन गिफ्ट की थी जिसके बाद मेरी जिंदगी में काफी कुछ अच्छा होने लगा था.
1977 में एक बार फिर मेरी पत्नी ने भी मुझे एक सोने की चेन गिफ्ट की जिसके बाद मेरे काफी गाने सुपर हिट हुए. उस वक्त मेरे गाने “आप की खातिर” और “बंबई से आया मेरा दोस्त” काफी हिट हुए थे.
इसके अलावा में अमेरिकन रॉकस्टार एल्विस प्रेसली का भी काफी बड़ा प्रशंसक था. यह वह दौर था जब मेरे पास एक बड़ा नाम नहीं था और मैं एल्विस को अक्सर सुना करता था.
एल्विस हमेशा सोने की चैन पहना करते थे.तब मैं सोचता था कि जब एक दिन जब मैं सक्सेस हो जाऊंगा तब एल्विस की तरह ही सोने की चैन पहना करूंगा. जिसके बाद मैंने ऐसा ही किया लेकिन समय के साथ मैंने यह तय किया कि मैं अपनी एक अलग इमेज बनाऊंगा.
मुझे ऐसा लगा कि संगीतकार के अलावा सोना मुझे वह पहचान दिला सकता है. यह मेरी इमेज को सबसे अलग करता है और लोग मेरी इस खूबी की वजह से अक्सर इस बात की चर्चा करते हैं.