हमारे चारों ओर ऐसे कई लोग हैं जो हजारों की भीड़ में भी माइक पर और सार्वजनिक बोलने में कतराते नहीं हैं, उनका भाषण तैयार भी नहीं होता लेकिन फिर भी वह इतना बढ़िया बोलते हैं कि तालियां नहीं रूकती.
एक तरफ हम हैं जिन्हें बोलने का बिल्कुल भी कॉन्फिडेंस नहीं है, अगर हमारे चारों और दस आदमी भी आकर बैठ जाए तो शायद हम शर्म के मारे सर झुका लेंगे. तो ऐसे में क्या कीजिएगा? कैसे हम अपनी बोलने की इससे शर्म को भगाएं?
1– सबसे पहला तरीका यह है आपके घर पर जब भी कोई मेहमान आए आप उसको देख कर दूर मत भागिये, आप घर आए मेहमानों से बातचीत कीजिए इससे आपका कॉन्फिडेंस धीमे-धीमे बढ़ जाएगा. अगर मेहमान कोई बात नहीं भी कर रहा है तो आप उससे हाल चाल पूछने के बहाने ही बात कीजिए.
2–जब भी आप दूसरे किसी व्यक्ति से बात करें तो उसकी आंखों में देख कर बात कीजिए. आंखों में देख कर बात करना एक अच्छा वक्ता होना दर्शाता है, यदि आप रोजाना किसी व्यक्ति से आंखों में देख कर बात करने की प्रैक्टिस करते हैं तो जल्द ही आप भीड़ को संबोधित कर सकते हैं.
3-कभी भी किसी पारिवारिक फंक्शन या शादी समारोह में शरीक होने से मत बचिए, यह आपको अपने परिवार के अन्य सदस्यों और सदा संबंधियों से मिलने का मौका मिलता है और इसी वजह से आप उनसे बातचीत करके अपना कॉन्फिडेंस बना सकते हैं.
4-अगर आप भीड़ को संबोधित करने का सोच रहे हैं तो अपने घर में किसी शीशे में देखकर बोलने की प्रैक्टिस कीजिए, ऐसा करने से आपको पता लगेगा कि आप कितना अच्छा बोल सकते हैं. यह सबसे अच्छा तरीका है.
5-जब भी आप किसी के सामने बोले या किसी सभा को संबोधित करें तो अपने लुक्स के बारे में कभी मत सोचिए. ज्यादातर लोग अपने दिमाग में यह ख्याल बिठा देते हैं कि वह बोलते हुए अच्छे नहीं लगते, आपको ऐसा कुछ नहीं सोचना है बल्कि आपको अपनी स्क्रिप्ट के अनुसार दूसरों के सामने बोलना है.