कानून व्यवस्था किसी भी अपराधी को उसके द्वारा किए गए अपराध के लिए सजा का प्रावधान करती है, यह इसलिए ताकि समाज में दूसरे व्यक्ति उस बात से भयभीत हो और कोई गलत काम ना करें.
लेकिन कई बार इस कानून व्यवस्था में भूल चूक हो जाती है और उन लोगों को सजा मिल जाती है जो वाकई में सजा के हकदार नहीं होते जबकि वह लोग बाहर रह जाते हैं जिन्होंने असलियत में कारनामा किया.
ऐसा ही हुआ शिकागो के रहने वाले एक शख्स के साथ. स्काई न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार अमेरिका के रहने वाले Kevin Dugar को 2005 में एक गैंग शूटिंग का दोषी पाया गया था और जिसके बाद उसे 54 वर्ष की सजा सुनाई गई थी.
अर्थात कुछ बंदूकधारियों ने शिकागो के अपडाउन क्षेत्र में गोलियां चलाई थी इस दौरान एक शख्स की मौत भी हो गई थी और एक शख्स बुरी तरह घायल हो गया था.
अब उस बात को लगभग 20 वर्ष हो चुके हैं जब Kevin को रिहा कर दिया गया है. दरअसल बताया जा रहा है कि यह जुर्म उसने नहीं किया था बल्कि उसके जुड़वा भाई ने किया था.
अब 20 वर्ष पश्चात उसके जुड़वा भाई ने अपना गुनाह कबूल कर लिया है. इस घटना के दौरान ही Kevin को रिहा कर दिया गया है, अब लगभग दो दशक बाद उसे आजादी की सांस लेने का मौका मिला है. उसे सिग्नेचर बांड पर न्यायाधीश द्वारा रिहाई मिली है.
Kevin निशा यादव जेल से निकलने की उम्मीद भी छोड़ दी थी लेकिन तभी उसके जुड़वा भाई Karl Smith ने अपना गुनाह कबूल किया. Karl ने 2013 में चिट्ठी लिखकर पहली बार इस बात का खुलासा किया था कि वह जुर्म उसने स्वयं किया था बल्कि उसके भाई ने नहीं. 2018 तक न्यायाधीश ने उसका कबूल नामा स्वीकार नहीं किया था और उसके जुड़वा भाई को ट्रायल नहीं दिया.