कहा जाता है यदि किसी काम को करने का हम फैसला कर ले और उस पर पूरी जीन जान छिड़क दें तो खुदा खुद पूछता है कि तेरी रजा क्या है ? इसी बात को सच कर दिखाते हैं.
अक्सर हमारे देश के उस वर्ग के विद्यार्थी जिन्हें शायद जिंदगी में कभी पर्याप्त संसाधन मु’हैया नहीं हुए हैं. जिनमें से कइयों को दो वक्त का खाना नसीब नहीं हो पाता तो कईयों के सर पर छत नहीं थी. लेकिन फिर भी उन्होंने अपनी मेहनत और लगन के बल’बूते जीवन में वह मुकाम हासिल किया जो उनकी पारिवारिक गरीबी की बे’ड़ियों को तोड़ता है.
इसीलिए कहा जाता है कि मेहनत अमीरी और गरीबी की मो’हताज नहीं होती. इसी प्रकार का एक नया कि’स्सा हम आपको बताने जा रहे हैं जो मध्य प्रदेश से सामने आया है.
हम आपको बताने जा रहे हैं मध्य प्रदेश के रीवा जिले के एक छोटे से गांव लौरी गढ़ की रहने वाली एक गरीब मजदूर की बेटी रामकली कुशवाहा के बारे में. जिसने हाल ही में देश की कठिन परीक्षाओं में से एक GATE (Graduate Aptitude Test in Engineering) को बेहतर अंको से पास करके अपने माता-पिता का नाम रोशन किया है.
जिसकी खबर मुख्यमंत्री को जब लगी तो मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी रामकली को बधाई दी है. क्योंकि कच्चे मकान में रहने वाली और एक नि’र्धन परिवार से तालु’कात रखने वाली रामकली के माता-पिता भले ही मजदूर है लेकिन उन्होंने इस परीक्षा को अपनी मेहनत के बल पास कर लिया.