मित्रों धनतेरस वह पर्व जब समुद्र मंथन के समय भगवान धन्वंतरी अमृत कलश के साथ प्रकट हुए थे. यह बड़ा ही महत्वपूर्ण और सहज त्योहार है. धनतेरस के दिन बाजारों में लोगों की भीड़ लगी रहती हैं क्योंकि ऐसी मान्यता है कि धनतेरस के दिन खरीदारी करना अच्छा होता है. आपको भी धनतेरस के दिन कुछ महत्वपूर्ण चीजों की खरीदारी अवश्य करनी चाहिए.
इन्हें खरीदने के लिए आपको कुछ विशेष खर्चे नहीं करने होंगे. लेकिन इनसे आप भगवान धनवंतरी के साथ महालक्ष्मी की असीम कृपा प्राप्त कर सकते हैं. यह हम आपको धनतेरस की खरीदारी के साथ-साथ उसके शुभ मुहूर्त के बारे में भी बताएंगे.
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जानिए कौन-कौन सी है वे 5 चीजें?-
1-कुमकुम- पूजा पाठ आदि में कुमकुम का स्थान सर्वोपरि है. धनतेरस के दिन भी आप को आवश्यक रूप से कुछ कुमकुम खरीदना है और महालक्ष्मी एवं भगवान धन्वंतरि के चरणों में उसे अर्पित करना है.
2-पद चिन्ह- धनतेरस के साथ ही दिवाली के त्योहार की शुरुआत हो जाती है. इसलिए आप आवश्यक रूप से महालक्ष्मी के पद चिन्ह अवश्य खरीदें. आप बाजार से प्लास्टिक के पदचिन्ह खरीदने के बजाय स्वयं भी महालक्ष्मी के पद चिन्ह बना सकते हैं. पद चिन्ह बनाने के पश्चात आप उनकी पूजा भी अवश्य करें ऐसा करके आप माता लक्ष्मी को अपने घर में प्रवेश के लिए निमंत्रण देते हैं.
3-दीपक- धनतेरस के साथ ही दिए जलाने की परंपरा भी शुरू हो जाती है इसलिए आप धनतेरस के दिन आवश्यक रूप से कुछ दिए जाएं और भोजन के पश्चात उन्हें जलाएं. एक घी का दिया भगवान धन्वंतरी और महालक्ष्मी के पूजन में भी रखें.
4-साबुत धनिया- धनतेरस के दिन साबुत धनिया खरीदना बड़ा ही शुभ माना गया है. आप कुछ साबुत धनिया खरीद ले और उन्हें मां लक्ष्मी के चरणों में अर्पित कर दें. आरती हो जाने के पश्चात घर के सभी सदस्यों में इसे बांट दें. थोड़े से मीठे के साथ इसका सेवन किया जा सकता है.
5-बताशे- हमारी संस्कृति में बताशों को बड़ा ही शुभ माना गया है. इसलिए आप धनतेरस के दिन बताशे जरूर खरीदें लेकिन ध्यान रखें कि आप सफेद बताशे ही खरीदें, आजकल मार्केट में कई रंगीन बताशे भी प्रचलित है आप उन्हें ना खरीदें.
संपूर्ण खरीदारी के पश्चात आवश्यक है कि आप संपूर्ण श्रद्धा और भक्ति भाव के साथ इन सभी चीजों को मां लक्ष्मी के चरणों में अर्पित कर दें. याद रखिए खरीदारी महत्वपूर्ण नहीं है सबसे महत्वपूर्ण है आपकी श्रद्धा. संपूर्ण श्रद्धा के साथ धनतेरस के दिन महालक्ष्मी और भगवान धनवंतरी का स्वागत कीजिए, विधि विधान के साथ उनकी पूजा कीजिए, जल्दी ही महालक्ष्मी आप पर धन की वर्षा करेगी.
कब है धनतेरस पूजन का शुभ मुहुर्त?- मित्रों इस बार धनतेरस 2 नवंबर को 11:34 पर प्रारंभ होगी जोकि दूसरे दिन 9:00 बजे तक रहेगी. धनतेरस के दिन आप अपने घर के बाहर कुछ दिए अवश्य जलाएं. धनतेरस का शुभ मुहूर्त शाम 5:37 पर प्रारंभ होगा जो कि 8:00 बजे तक रहेगा. इसी समय आप भगवान धन्वंतरी की और महालक्ष्मी की पूजा करें.