खुशी और रंगों का त्योहार होली एक बार फिर हमारे दरवाजे पर दस्तक दे रहा है. पिछले काफी समय से कोरोनावायरस के चलते देशवासी अच्छे से होली नहीं मना सके लेकिन इस बार उम्मीद है कि सभी की होली कुशल मंगल प्रकार से मनाई जाएगी. इस साल होली 18 मार्च 2022 को मनाई जाएगी. होली से 1 दिन पहले होलिका दहन किया जाएगा.
यह दिन अत्यंत महत्वपूर्ण है क्योंकि यह समस्त बुराइयों को ज्वलित कर खत्म करने का प्रतीक है. ऐसे में कुछ खास उपाय करने से इस दिन आपके काफी समस्याएं दूर हो सकती है आइए जानते हैं इनके बारे में विस्तार से.
दान :– अपने अहम और घमंड को खत्म कर समस्त बुराइयों को नाश करने वाला यह त्योहार सभी की भलाई का संदेश देता है. सभी को रंग बिरंगे रंगों में रंगने वाला होली शांति और सौहार्द्र का प्रतीक है.
ऐसे में जरूरतमंदों को अपनी क्षमता अनुसार दान दिया जाना काफी लाभदायक सिद्ध हो सकता है. मनुष्य जीवन में विशेष रूप से दान का महत्व है और होली के अवसर पर यह महत्वपूर्ण हो जाता है. बताया जाता है कि इस दिन दान करने से मानसिक शांति प्राप्त होती है.
भय बचाव हेतु :– होली का त्योहार समस्त भयों से ऊपर उठकर विजय का प्रतीक है. ऐसे में यदि आप भी अक्सर मन में बुरे विचारों से ग्रस्त हैं और आपको भय का सामना करना पड़ता है तो होलिका दहन की पूजा के दौरान आप एक सूखा नारियल एवं काले तिल के साथ सरसो को अपने ऊपर से वार लें और उसे अग्नि में डाल दें.
मनोकामना पूर्ण हेतु :– हर व्यक्ति की ख्वाहिश होती है कि उसकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण हो लेकिन बहुत से व्यक्तियों को कड़ी मेहनत के बावजूद भी यह मुकाम हासिल नहीं हो पाता. मनोकामना पूर्ण होने के लिए यह भी आवश्यक है कि आप की कामना शुद्ध होनी चाहिए और वह किसी को नुकसान नहीं करती हो.
अपनी कामना को पूर्ण करने हेतु होलिका दहन एक अच्छा अवसर सिद्ध हो सकता है. इसलिए आप पान के पत्ते और सुपारी को नारियल के साथ अग्नि में अर्पित करते हैं तो आपको इसके सकारात्मक परिणाम देखने को मिल सकते हैं.
घरेलू शांति हेतु :– यदि आपके घर में पारिवारिक समस्याएं चल रही है और आप संघर्ष के बावजूद भी उनसे छुटकारा नहीं पा रहे हैं तो होलिका दहन के दौरान आप संपूर्ण इच्छा से एक नारियल उसमें डालें और अपने घर की विशेष शांति की प्रार्थना करें. यह आपके घर की नकारात्मकता को दूर करता है.