नवरात्र शुरू होने को है ऐसे में सभी भक्तजन तैयारियों में जुटे हुए हैं. सभी भक्तजन चाहते हैं कि वह अपनी तरफ से माता रानी की पूजा राधा में कोई कमी ना रखें. इसीलिए जो भी माता की पूजा करने जा रहे हैं अथवा व्रत करने जा रहे हैं तो उन्हें कुछ नियम मानने आवश्यक हैं.
1. सभी महिलाओं का आदर तो हमेशा ही करना चाहिए लेकिन विशेषकर नवरात्रों में पुरुष वर्ग गलती से भी किसी महिला से किसी प्रकार का विवाद ना करें अथवा उनका अनादर ना करें चाहे वह महिला आपकी पत्नी हो बेटी हो अथवा आपकी मां हो या आपकी कोई सहपाठी हो.
2. नवरात्रि पूजा के दौरान अपने आप पर थोड़ा संयम रखें अर्थात गुस्सा, क्रोध, लड़ाई– झगड़ा या किसी प्रकार का वाद विवाद करने से बचें.
3. शुद्धता का विशेष ध्यान रखें. यदि आप किसी नशीली पदार्थ का अथवा मांसाहार का सेवन करते हैं तो व्रत के दौरान ऐसा गलती से भी ना करें, संपूर्ण व्रत के दौरान आपको किसी प्रकार की नशीली या किसी प्रकार के मांसाहार अथवा लहसुन, प्याज का सेवन नहीं करना है.
4. नवरात्रि के दौरान दाढ़ी ना बनाएं, अपने बाल ना काटे तथा नाखून भी ना काटे. नवरात्रि से पूर्व ही आप अपने बाल, नाखून आदि कटवा लें.
5. नवरात्रि के दौरान स्त्री हो या पुरुष उन्हें पूर्ण ब्रम्हचर्य का पालन करना आवश्यक है अतः सभी भक्तजन ब्रम्हचर्य का पूर्ण पालन करें.
6. घर में यदि माता की चौकी स्थापित की हुई है या आपने कलश स्थापना की हुई है तथा अखंड ज्योति जल रही है, तो किसी भी सूरत में घर को खाली छोड़ कर या ताला लगाकर कहीं भी ना जाए कम से कम एक सदस्य घर में अवश्य रुके.
7. नवरात्रि के दौरान बालों में बाहर के तेल अथवा शैंपू का प्रयोग ना करें, इनके स्थान पर आप मुल्तानी मिट्टी या उबटन का प्रयोग कर सकते हैं.
8. कोशिश यह करें कि आप व्रत के दौरान थोड़ा कम ही बोले तथा किसी प्रकार की अभद्र भाषा का प्रयोग ना करें.
9. नवरात्रि के दिनों में बार-बार भोजन करने से बचे, तथा अन्य किसी का दिया हुआ कुछ भी सेवन ना करें चाहे वह फल ही क्यों ना हो! अन्य किसी का दिया हुआ भोजन सेवन करना नवरात्रि में निषेध माना गया है. कोशिश यह करें कि अधिक से अधिक अपने आपको संयम में बांधे क्योंकि नवरात्र मां आदिशक्ति के पूजन का महापर्व है.