हमारे समाज में सदियों से दहेज की कुप्रथा अपने पैर जमाए बैठी है. जो अमीर व्यक्ति है वह अपनी शान के लिए अपनी बेटी को शादी में मनमर्जी के पैसे और गहने देता है.
लेकिन दूसरी और जिसकी हैसियत ज्यादा पैसे खर्च करने की नहीं होती उन्हें भी समाज की विडंबना के चलते मोटे पैसे खर्च करने पड़ते हैं. ऐसे परिवार सालों तक उस दहेज का बोझ अपने सर पर ढोते हैं.
क्या दहेज की यह परंपरा ठीक है? जी बिल्कुल नहीं, दहेज परंपरा किसी भी दृष्टि से ठीक नहीं कही जा सकती. ऐसे लोगों को जब तक सबक नहीं सिखाया जाता तब तक इन की अकल ठिकाने नहीं आने वाली.
लेकिन ऐसे लोगों को सबक सिखाने की हिम्मत हर किसी में नहीं होती. लेकिन इस बात को सच कर बताया है उत्तर प्रदेश की एक बेटी ने, उसने दहेज के लालची दुल्हे को ऐसा सबक सिखाया कि वह जिंदगी भर किसी को मुंह दिखाने के लायक नहीं बचा.
आइए जानते हैं कैसे दुल्हन ने दूल्हे की अकल ठिकाने ला दी? यह मामला उत्तर प्रदेश के लखनऊ से सामने आया है, जहां दो परिवारों ने आपसी साझेदारी के साथ अपने बच्चों की शादी तय की थी. रिश्ता तय करने तक दूल्हे के परिवार वालों ने दुल्हन के परिवार के सामने अपनी कोई शर्त नहीं रखी थी. जिससे खुश वधू पक्ष ने शादी की तैयारियां शुरू कर दी. विवाह का समय भी तय कर दिया गया.
दूल्हा बारात लेकर पहुंच गया जहां वधू पक्ष ने जोरों शोरों से इनका स्वागत किया. सभी को खाना परोसा गया वरमाला की रस्म भी पूरी कर ली गई. एक समय था जब दोनों को शादी की बाकी रस्में पूरी करनी थी.
दूल्हा दुल्हन मंडप में आ चुके थे शादी की रस्में शुरू हो गई. पंडित मंत्रोच्चारण कर ही रहा था कि तभी दूल्हा मंडप से उठ गया. वह अचानक ही एक कोने में जाकर बैठ गया और उसने लड़की के पापा से बातचीत की मांग रखी.
दुल्हन के पिताजी दूल्हे के पास पहुंचे, तब दूल्हे ने उन्हें कहा की वह यह शादी नहीं करेगा. वह शादी तभी करेगा जब लड़की वाले उसे एक गाड़ी और एक सोने की चेन देंगे. दूल्हे की इस ऊंची हरकत से लड़की वालों के होश ठिकाने नहीं रहे. वे इस बात पर विश्वास नहीं कर पा रहे थे, और दूल्हा समझाने के बाद भी अपनी बात पर अड़ा रहा.
यह सब देख दुल्हन आग बबूला हो चुकी थी, उसने अपने 5-6 रिश्तेदारों को बुलाया और बारातियों को सबक सिखाने की योजना बना ली. दुल्हन के घर वालों ने चारों तरफ से बारातियों को बंद कर दिया और जाने के सभी रास्तों पर ताला लगा दिया. तभी दुल्हन ने नाइयों की एक फौज बुला ली. दुल्हन पक्ष ने बारातियों को पकड़ पकड़ कर उनका मुंडन करना शुरू कर दिया. द
ल्हे का मुंडन तो इस तरह से किया गया कि उसके बीच में से सारे बाल उड़ा दिए और बाकी रख दिए. इसके बाद दुल्हन ने कहा, अब तुम्हें जहां जाना है तुम जाओ मैं खुद अब तुमसे शादी नहीं करने वाली. इसी बीच किसी ने पुलिस को फोन कर दिया और मौके पर पुलिस पहुंची.
जो पुलिस मौके पर पहुंची तो उन्होंने दोनों पक्षों के बीच हुई घटना की जानकारी ली. जिसके बाद दुल्हन ने कहा की शादी होने तक भी लड़के के घर वालों ने किसी प्रकार की मांग नहीं रखी थी. लेकिन अचानक ही वह दहेज की धमकी देने लगे, दुल्हन का कहना है कि उसने जानबूझकर ऐसा किया है क्योंकि दहेज के ऐसे भूखे लोग शादी के बाद उसे जान से भी मार सकते हैं.
ऐसे लोग पैसों के लालच में कुछ भी कर सकते हैं, और मैं अब किसी भी सूरत में इस लड़के से शादी नहीं करना चाहती. मैं दहेज के आरोप में इस लड़के पर शिकायत दर्ज करती हूं. पुलिस ने दहेज के मामले के आरोपी सभी लोगों को गिरफ्तार किया लेकिन दूल्हा तब तक फूट-फूट कर रोने लगा था, वह बार-बार यही कह रहा था मुझे कुछ नहीं चाहिए, मुझे बस अपने घर जाने दो.