मुंबई के एक पूर्व जज रमेश गोरडे़ की बेटी “मोनिका गोरडे़” देश की पहली परफ्यूम एक्सपर्ट थी. 40 वर्षीय मोनिका पहले एक फोटोग्राफर थी लेकिन बाद में उन्होंने परफ्यूम पर रिसर्च करना शुरू किया.
जिसके बाद वह देश की सबसे बेहतरीन परफ्यूम एक्सपोर्ट के तौर पर उभरी. 2015 के बाद मोनिका देश में एक जाना माना नाम थी, उनका बड़े हाईप्रोफाइल लोगों के साथ उठना बैठना था.
मोनिका शादीशुदा थी लेकिन अपने पति से वाद विवाद के चलते वह अकेली रहने लगी थी. अपने काम के चलते मोनिका ने 2016 में गोवा में शिफ्ट होने का फैसला किया, इसलिए मोनिका ने जून 2016 में गोवा के पणजी में “सपना राज वैली” में एक बड़ा फ्लैट किराए पर लिया. गोवा में शिफ्ट होने के बाद मोनिका का काम बेहद अच्छा चल रहा था, और वह एक सेलिब्रिटी के तौर पर जीवन जी रही थी.
जब “सपना राज वैली” के फ्लैट में मिली मोनिका की लाश– 6 अक्टूबर 2016 को जब मोनिका की मैड काम पर आई तो मोनिका ने दरवाजा नहीं खोला, मैड काफी देर तक दरवाजा बजाती रही. उसने मोनिका के भाई को फोन किया, और भाई ने मोनिका की पड़ोसन को डुप्लीकेट चाबी से दरवाजा खोलने के लिए कहा.
मोनिका की पड़ोसन डुप्लीकेट चाबी से दरवाजा खोलकर फ्लैट पर पहुंची. जब पड़ोसन वहां पहुंची तो अंदर का हुलिया देखकर उसके होश उड़ गए.
मोनिका के बेडरूम में मोनिका की लाश पड़ी थी. मृत मोनिका के दोनों हाथ बेड से बांधे हुए थे, और उसकी कमर से नीचे कोई कपड़े नहीं थे. जिसके बाद पुलिस को सूचना दी गई.
पुलिस मौके पर पहुंची और जानी-मानी मोनिका गोरडे़ कि इस दर्दनाक हत्या की खबर पूरे शहर में फैल गई. पुलिस ने मौके पर तलाशी ली लेकिन वहां उन्हें कुछ भी नहीं मिला, सपना राज वैली में रहने वाले सभी लोगों से भी पूछताछ की गई.
लेकिन सभी लोगों ने भी यही कहा कि उन्होंने ना तो उसके चिल्लाने की कोई आवाज सुनी और ना ही उन्होंने किसी संदिग्ध व्यक्ति को आते हुए देखा.
पुलिस ने जब मौके पर तलाशी ली तब उन्हें मोनिका के पास में डेबिट कार्ड के कुछ बिल्स के अलावा कुछ अंडे के छिलके मिले. घर में चीजें भी व्यवस्थित थी जिससे चोरी की संभावना भी नहीं थी. कोई सबूत ना मिलने के कारण पुलिस बेहद उलझन में भर गई कि आखिर ऐसी दर्दनाक हत्या किसने की है?
वही जब मोनिका की पोस्टमार्टम रिपोर्ट आई तब उसमें जानकारी मिली की मृत्यु से पहले मोनिका का बलात्कार हुआ है. जिसके बाद दम घुट कर मोनिका की मौत हो गई. पुलिस ने इसे आपसी रंजिश का मामला समझते हुए लोगों से पूछताछ की लेकिन सभी ने यही बताया कि मोनिका बड़ी व्यावहारिक महिला थी और उसकी किसी से कोई दुश्मनी नहीं थी.
जिसके बाद पुलिस ने उसके पति से भी पूछताछ की लेकिन वहां से भी उन्हें कुछ खास हासिल नहीं हुआ. अब तक पुलिस के हाथ कोई सबूत नहीं लगा था, वहीं दूसरी और इतने बड़े दर्दनाक हत्याकांड से शहर में हड़कंप मचा हुआ था.
जब वह पुलिस ने पता लगायी हत्या की असली वजह: जांच पड़ताल में पुलिस ने मोनिका के पर्स से डेबिट कार्ड के बिल बरामद किए थे लेकिन उन्होंने वहां कोई डेबिट कार्ड नहीं पाया. यह बात पुलिस को खटकी, जिसके बाद पुलिस ने मोनिका के डेबिट कार्ड का पता लगाने के लिए जांच पड़ताल की. तो उन्होंने पाया कि 6 अक्टूबर के दिन ही पणजी से 4 किलोमीटर दूर सुबह-सुबह इस डेबिट कार्ड का प्रयोग किया गया था, जबकि 6 अक्टूबर के दिन मोनिका की मौत हो चुकी थी. पुलिस ने एटीएम का सीसीटीवी खंगाला और उन्होंने वहां एक लड़के को मोनिका का डेबिट कार्ड प्रयोग में लाते हुए देखा.
पुलिस ने सीसीटीवी के जरिए उस लड़के की फोटो निकलवाई, पुलिस वह फोटो लेकर सपना राज वैली पहुंची जहां रहने वाले लोगों ने उसे पहचान लिया. यहां रहने वाले लोगों का कहना था कि यह लड़का पहले यहां का सिक्योरिटी गार्ड था. इसका नाम राजकुमार है, और कुछ महीनों पहले इसे चोरी करने की वजह से यहां से निकाल दिया गया.
सिक्योरिटी गार्ड का नाम बीच में आने की वजह से पुलिस के हाथ एक बड़ा सबूत लगा था, पुलिस ने राजकुमार की कुंडली खंगाली. जहां उन्हें पता लगा था कि राजकुमार को पहले भी चोरी की वजह से काम से बाहर निकाला गया था, यह मूल रूप से पंजाब के भटिंडा का रहने वाला था. लेकिन पुलिस के पास राजकुमार को पकड़ने के लिए कोई सबूत नहीं था, इसलिए पुलिस इंतजार करने लगी कि राजकुमार जब अगली बार डेबिट कार्ड का प्रयोग करेगा तब ही उसे पकड़ा जा सकता है.
जिसके 2 दिन बाद यानी कि 8 अक्टूबर 2016 को राजकुमार ने बेंगलुरु में वापस उस डेबिट कार्ड का प्रयोग किया, जहां से उसने कुछ पैसे निकाले थे. इस बात की सूचना गोवा पुलिस को लगते ही उन्होंने बेंगलुरु पुलिस को उस पर धावा बोलने के लिए कह दिया.
जिसके बाद बेंगलुरु पुलिस ने उसे एक होटल से गिरफ्तार किया, बाद में राजकुमार को गोवा पुलिस को सौंप दिया गया. कड़ी पूछताछ के बाद राजकुमार ने अपना गुनाह कबूल कर लिया, उसने यह माना कि उसने ही मोनिका गोरडे़ का कत्ल किया है. राजकुमार से जब ऐसा करने की वजह पूछी गई तो वजह सुनकर सभी के होश उड़ गए.
जानिए क्या थी “मोनिका गोरडे़” के कत्ल की वज़ह ? राजकुमार ने अपने बयान में कहा कि “जब जून 2016 में उसने मोनिका को पहली बार देखा तब वह उससे प्यार करने लगा था. लेकिन सिक्योरिटी गार्ड होने की वजह से वह मोनिका को नहीं पा सकता था. जिसके बाद उसने मोनिका की गाड़ी साफ करनी शुरू कर दी ताकि उसका मोनिका से मिलना जुलना होता रहे. लेकिन कुछ दिनों बाद मोनिका की एक छतरी खो गई, जिसकी वजह से मोनिका ने उस पर चोरी का इल्जाम लगा दिया और उसे नौकरी से निकलवा दिया”.
मोनिका के ऐसा करने की वजह से राजकुमार के दिल में मोनिका को लेकर सनक दौड़ गई थी. कुछ दिन तक तो वह इधर-उधर भटकता रहा लेकिन 2 अक्टूबर को वह वापस गोवा आया. लेकिन उसने देखा कि मोनिका सपना राज वैली में नहीं है, उसने सपना राज वैली की छत पर लगातार 5 अक्टूबर तक उसका इंतजार किया.
वह बिना कुछ खाए पिए उसका इंतजार करता रहा. 5 अक्टूबर की रात को जब मोनिका घर लौटी तो उसने रात 8:00 बजे मोनिका के दरवाजे की घंटी बजाई, मोनिका ने जब दरवाजा खोला तो दरवाजा खोलते ही राजकुमार ने उसे जोर से धक्का देकर नीचे गिरा दिया.
मोनिका को जमीन पर गिर आने के बाद राजकुमार ने चाकू निकाला. उसने मोनिका की गर्दन पर चाकू रख दिया और कहा कि अगर वह चिल्लाएगी तो वह उसे मार देगा. उसने मोनिका के फ्लैट का दरवाजा अंदर से बंद कर दिया और उसे बेडरूम तक लेकर गया.
चाकू की नोक पर उसने पहले बेड से मोनिका के हाथ बांध दिए, फिर उसने मोनिका के पैर भी बांध दिए. जिसके बाद उसने मोनिका को कहा कि उसने जितने पैसे रख रखे हैं वह उसे दे दे. मोनिका ने उसे पर्स में रखे सारे पैसे लेने के लिए कह दिया, उसने मोनिका का डेबिट कार्ड भी ले लिया और उसका पिन भी पूछा.
जिसके बाद उसने पानी पिया, अंडे उबाले और आराम से खाना खाया , क्योंकि वह 2 दिन से भूखा था. उसने 12:00 बजे तक मोनिका को बांधे रखा, वह आराम से बैठा रहा क्योंकि वह जानता था कि यहां मोनिका अकेली रहती है. रात 12:00 बजे के बाद वह वापस मोनिका के बेडरूम में गया, जिसके बाद उसने मोनिका का बलात्कार किया.
उसने घंटों तक मोनिका का शरीर नोंचा, यह सनकी लड़का अपनी हवस मिटाने के लिए अब कुछ भी करने को तत्पर था. रात 2:30 बजे उसने मोनिका के मुंह पर तकिया दबा दिया, उसने उसके मुंह पर तब तक तकिया दबाया जब तक वह मर नहीं गई. जिसके बाद रात 3:00 बजे वह नहाया और वहां से निकल गया.
राजकुमार के पूरे बयान लेने के बाद उसके खिलाफ मुकदमा चलाया गया. उसे लूटपाट बलात्कार और हत्या के मामले में गिरफ्तार कर लिया गया. बरहाल वह जेल में ही है और उसे अब तक कोई ठोस सजा नहीं सुनाई गई है, यह मामला अभी भी निचली अदालत में सुनवाई अधीन है. हालांकि उसके छूटने की कोई गुंजाइश नहीं है, लेकिन ऐसे सनकी मानसिकता वाले राक्षस लोगों को जल्द से जल्द कड़ी सजा हो तो अच्छा है.