पिछले दिनों ही महाराष्ट्र में बीजेपी नेता और केंद्रीय मंत्री नारायण राणे ने इस बात को लेकर एक बड़ा खु’लासा किया है.

19 महीने बाद इस केस में कुछ ऐसा सामने आया है जिसने इस केस को काफी हद तक पलट कर रख दिया है.

नारायण राणे का कहना है कि सुशांत सिंह राजपूत और उनकी मैनेजर दिशा सालियान दोनों ने ही आत्मह’त्या नहीं की है

अनुसार जिस दिन दिशा‌ ने बिल्डिंग से गिरकर अपनी जान दी थी वहां उनके अलावा और भी कोई मौजूद था.

नारायण राणे के अनुसार अपने मैनेजर के साथ हुई इस पूरी घटना की जानकारी सुशांत सिंह राजपूत को लग गई थी.

नारायण राणे ने तो यहां तक कहा है कि यह लिस्ट खाली सुशांत सिंह राजपूत और दिशा सालियान तक सीमित नहीं है.

दोषियों ने कई लोगों को अपना निशाना बनाया. नारायण ने पूछा कि सुशांत सिंह का दोस्त रॉय कहां है?

सुशांत सिंह राजपूत के घर में काम करने वाला नौकर सावंत कहां है? उस बिल्डिंग का वॉचमैन भी गायब है.

उनके अनुसार इस मामले में किसी षड़यंत्र होने की आंशका है। हालाँकि महाराष्ट्र सरकार ने सीबीआई जांच से साफ़ इनकार किया।